नई दिल्ली: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे आज (21 दिसंबर) कांग्रेस कार्य समिति को चार राज्यों में हालिया चुनावी हार के बारे में जानकारी देंगे. वहीं, 19 दिसंबर को विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक में निकले नतीजों को लेकर विचार-विमर्श करेंगे. साथ ही शीर्ष निकाय को विश्वास में लेंगे और 2024 के लोकसभा चुनावों के रोडमैप पर चर्चा करेंगे.
सीडब्ल्यूसी सदस्य तारिक अनवर: सीडब्ल्यूसी सदस्य तारिक अनवर ने ईटीवी भारत को बताया,'सीडब्ल्यूसी की बैठक बहुत महत्वपूर्ण क्षण में हो रही है. यह विपक्षी गठबंधन की बैठक के एक दिन बाद हो रहा है. इसलिए यह स्वाभाविक है कि कांग्रेस प्रमुख समान विचारधारा वाले दलों के साथ विचार-विमर्श पर पार्टी निकाय को विश्वास में लेंगे.' सीडब्ल्यूसी के एक अन्य सदस्य गुलाम अहमद मीर के अनुसार कांग्रेस प्रमुख हाल के पांच विधानसभा चुनावों के बारे में सीडब्ल्यूसी को जानकारी दे सकते हैं, जिनमें से चार में हम हार गए.
हालांकि पार्टी प्रमुख ने संबंधित टीमों के साथ चार राज्यों में चुनाव हार की समीक्षा की है. वह पार्टी निकाय को चुनाव परिणामों के बारे में जानकारी देंगे. मीर ने ईटीवी भारत को बताया, 'हालांकि राज्य चुनावों पर चर्चा की जाएगी, लेकिन मुख्य ध्यान 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी, गठबंधन और आगे की बड़ी लड़ाई के लिए कार्य योजना पर चर्चा होने की संभावना है.
2024 लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति: पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, राज्य में हार के कारणों से पार्टी की शीर्ष संस्था को 2024 के राष्ट्रीय चुनावों के लिए एक रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी जिसमें कांग्रेस को अपना संगठन तैयार करने के साथ-साथ समान विचारधारा वाले दलों के साथ उचित समन्वय भी सुनिश्चित करना होगा. कांग्रेस प्रमुख द्वारा सीडब्ल्यूसी सदस्यों को पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों में सीट-बंटवारे से संबंधित मुद्दों पर जानकारी देने की भी संभावना है, जहां टीएमसी, वाम दलों, सपा जैसे क्षेत्रीय दलों के साथ चर्चा होगी और आने वाले दिनों में आप (AAP) की बैठक होनी है.
एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'हमें अपने स्तर पर भी 2024 के अभियान के लिए एक कार्य योजना तैयार करने की आवश्यकता है. हालांकि यह सहयोगियों के साथ संयुक्त रूप से भी करना होगा. नौकरियां, बेरोजगारी, संवैधानिक संस्थानों को कमजोर करना, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग, जाति जनगणना और साठगांठ वाले पूंजीवाद जैसे व्यापक फोकस वाले क्षेत्र किसी भी कांग्रेस अभियान और विपक्षी अभियान के केंद्र में होंगे.
कांग्रेस स्थापना दिवस रैली: एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा,'21 दिसंबर को सीडब्ल्यूसी की बैठक में 28 दिसंबर को नागपुर में होने वाली कांग्रेस स्थापना दिवस रैली की तैयारियों पर भी चर्चा होने की संभावना है. जब सबसे पुरानी पार्टी अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा को एक जोरदार संदेश देना चाहती है. नागपुर रैली का संदेश यह होगा कि हम तैयार हैं. यानी कांग्रेस विपरीत परिस्थितियों के बावजूद 2024 में बड़ी लड़ाई के लिए तैयार है. मुख्य संदेश हमारी पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी द्वारा दिया जाएगा.'
राजस्थान में सत्ता विरोधी विधायक: जहां तक राज्य चुनाव में हार का सवाल है, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि पार्टी प्रमुख को बताया गया है कि राजस्थान में सत्ता विरोधी मौजूदा विधायक, छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रबंधकों पर अति आत्मविश्वास और मध्य प्रदेश टीम में समन्वय की कमी चुनावी नुकसान के प्रमुख कारण थे. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि खासकर मध्य प्रदेश में ईवीएम की भूमिका भी संदिग्ध है और इसे I.N.D.I.A. गठबंधन सहयोगियों से भी समर्थन मिला है. एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा, 'मुद्दा यह है कि फिर से मतपत्र पर कैसे वापस लाया जाए क्योंकि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो सकती है.'