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राजनांदगांव में क्रिप्टोकरेंसी से ठगी : 4 करोड़ की रकम सीज, जानिए कौन हैं मास्टर माइंड ? - Seizure of four crores in accounts in Rajnandgaon

राजनांदगांव में पुलिस ने क्रिप्टोकरेंसी से धोखाधड़ी करने के मामले को सुलझा लिया (Crypto currency fraud case in Rajnandgaon) है. इस केस के तार इंटरनेशनल ठगों से जुड़े हुए हैं. पुलिस का दावा है कि कुल 4 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरंसी फ्रीज की गई है. जानिए कैसे इस पूरे केस का खुलासा हुआ ?

Crypto currency fraud case in Rajnandgaon
विदेश से क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड
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Published : Jul 1, 2022, 6:16 PM IST

Updated : Jul 1, 2022, 6:25 PM IST

राजनांदगांव : राजनांदगांव पुलिस ने सीमा-पार क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी 'शू झू पान' मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरंसी सीज की है. Global anti scam organization के अनुसार 'शू झू पान' स्कैमर्स दुनिया भर में पीड़ितों से हर साल अरबों डॉलर की धोखाधड़ी करते हैं. वही राजनांदगांव में भी एक पीड़ित ने पूरे मामले में कुछ माह पूर्व कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वहीं इस पूरे मामले में राजनांदगांव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लगभग 4 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरंसी फ्रीज की (Seizure of four crores in accounts in Rajnandgaon) है.

क्या है पूरा मामला : कोतवाली थाना पुलिस ने 3 महीने के भीतर प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी धोखधड़ी “शू झू पान“ (चीनी में अर्थ - रोमांटिक घोटाला) मामले को सुलझा लिया है.पीड़ित डॉ अभिषेक पाल राजनांदगांव निवासी की शिकायत पर थाना कोतवाली में एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी. जिसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव गौरव राय ने मामले की विवेचना की .

राजनांदगांव में क्रिप्टोकरेंसी ठगी का केस

कैसे हुई क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड : मामले में संदिग्ध “एना-ली“ ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर पीड़ित डॉ अभिषेक पाल से दोस्ती की. फिर फ्रॉड की वारदात को अंजाम दिया. एना ली ने पीड़ित को विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मेटाट्रेडर-5 में निवेश करने के लिए मनाया. फिर एक ब्रोकर ऑर्डे कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड जो कि लंदन में पंजीकृत एक शेल कंपनी है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर करने के लिए कहा. इसके लिए एक्सचेंज बायनेंस से एक फर्जी वेबसाइट insafx.com के माध्यम से बायनेंस से क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर धोखा (Crypto currency fraud case in Rajnandgaon)दिया.

पीड़ित ने लाखों का किया था निवेश: पीड़ित ने मेटाट्रेडर-5 में 35,000 $ अमरीकी डालर की राशि 31 लाख रुपए का निवेश किया था. बाद में उसका पोर्टफोलियो बढ़कर 107825 $ अमरीकी डालर हो गया था. बाद में,जब पीड़ित ने अपना रूपए निकालने की कोशिश की,तो संदिग्ध ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया और उससे 107825 $ अमरीकी डालर की ठगी की. संदिग्ध “एना-ली“ ने पीड़ितों को धोखा देने के लिए ताइवान के ताइपे नामक जगह की एक इंस्टाग्राम स्टार स्टेफनी तेह की तस्वीरों का उपयोग करके एक नकली खाता बनाया था.वहीं पुलिस ने पूरे मामले में 3 उपयोगकर्ताओं के खाते जिसमें 4 करोड़ रुपए की राशि है. उसे फ्रीज किया गया है. जिसे पुलिस ने जब्त करने की कार्रवाई की है.

ये भी पढ़ें - छत्तीसगढ़ में सेक्सटॉर्शन गैंग ने फैलाया जाल, इस गैंग से ऐसे बचें !

क्या है पुलिस की सलाह : राजनांदगांव सीएसपी गौरव राय (Rajnandgaon CSP Gaurav Rai) के मुताबिक '' राजनांदगांव के पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी.पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी के धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. वहीं इससे बचने के लिए पुलिस लोगों से अपील भी कर रही है. फिलहाल क्रिप्टो करेंसी फ्रिज पर आगे की कार्रवाई राजनांदगांव पुलिस द्वारा की जा रही है.''

राजनांदगांव : राजनांदगांव पुलिस ने सीमा-पार क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी 'शू झू पान' मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरंसी सीज की है. Global anti scam organization के अनुसार 'शू झू पान' स्कैमर्स दुनिया भर में पीड़ितों से हर साल अरबों डॉलर की धोखाधड़ी करते हैं. वही राजनांदगांव में भी एक पीड़ित ने पूरे मामले में कुछ माह पूर्व कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वहीं इस पूरे मामले में राजनांदगांव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लगभग 4 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरंसी फ्रीज की (Seizure of four crores in accounts in Rajnandgaon) है.

क्या है पूरा मामला : कोतवाली थाना पुलिस ने 3 महीने के भीतर प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी धोखधड़ी “शू झू पान“ (चीनी में अर्थ - रोमांटिक घोटाला) मामले को सुलझा लिया है.पीड़ित डॉ अभिषेक पाल राजनांदगांव निवासी की शिकायत पर थाना कोतवाली में एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी. जिसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव गौरव राय ने मामले की विवेचना की .

राजनांदगांव में क्रिप्टोकरेंसी ठगी का केस

कैसे हुई क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड : मामले में संदिग्ध “एना-ली“ ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर पीड़ित डॉ अभिषेक पाल से दोस्ती की. फिर फ्रॉड की वारदात को अंजाम दिया. एना ली ने पीड़ित को विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मेटाट्रेडर-5 में निवेश करने के लिए मनाया. फिर एक ब्रोकर ऑर्डे कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड जो कि लंदन में पंजीकृत एक शेल कंपनी है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर करने के लिए कहा. इसके लिए एक्सचेंज बायनेंस से एक फर्जी वेबसाइट insafx.com के माध्यम से बायनेंस से क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर धोखा (Crypto currency fraud case in Rajnandgaon)दिया.

पीड़ित ने लाखों का किया था निवेश: पीड़ित ने मेटाट्रेडर-5 में 35,000 $ अमरीकी डालर की राशि 31 लाख रुपए का निवेश किया था. बाद में उसका पोर्टफोलियो बढ़कर 107825 $ अमरीकी डालर हो गया था. बाद में,जब पीड़ित ने अपना रूपए निकालने की कोशिश की,तो संदिग्ध ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया और उससे 107825 $ अमरीकी डालर की ठगी की. संदिग्ध “एना-ली“ ने पीड़ितों को धोखा देने के लिए ताइवान के ताइपे नामक जगह की एक इंस्टाग्राम स्टार स्टेफनी तेह की तस्वीरों का उपयोग करके एक नकली खाता बनाया था.वहीं पुलिस ने पूरे मामले में 3 उपयोगकर्ताओं के खाते जिसमें 4 करोड़ रुपए की राशि है. उसे फ्रीज किया गया है. जिसे पुलिस ने जब्त करने की कार्रवाई की है.

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क्या है पुलिस की सलाह : राजनांदगांव सीएसपी गौरव राय (Rajnandgaon CSP Gaurav Rai) के मुताबिक '' राजनांदगांव के पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी.पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी के धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. वहीं इससे बचने के लिए पुलिस लोगों से अपील भी कर रही है. फिलहाल क्रिप्टो करेंसी फ्रिज पर आगे की कार्रवाई राजनांदगांव पुलिस द्वारा की जा रही है.''

Last Updated : Jul 1, 2022, 6:25 PM IST
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