वाराणसी : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में पित्रकुंड तालाब के पास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की एक शाखा के दौरान देसी बम फेंके जाने की घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. यह घटना गुरुवार को हुई और पुलिस ने जांच शुरू कर फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया है.
चेतगंज के एसीपी अनिरुद्ध सिंह ने कहा, 'आरएसएस के एक पदाधिकारी, विजय जायसवाल ने पुलिस को सतर्क किया कि उनकी 'शाखा' के दौरान कुछ देसी बम फेंके गए थे और बम विस्फोट के बाद हंगामे के बीच वह जमीन पर गिरने के बाद घायल हो गए थे.
जायसवाल की घटना को देखते हुए सिगरा पुलिस में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 (स्वैच्छिक चोट पहुंचाना) और 286 (विस्फोटक पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.'
उन्होंने आगे कहा कि राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की एक टीम ने विस्फोट की प्रकृति का पता लगाने के लिए मौके से नमूने एकत्र किए हैं.
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शिकायत के अनुसार, जायसवाल ने पुलिस को सूचित किया कि वह पित्रकुंड तालाब के पास एक 'शाखा' चला रहे थे, तभी उनके पास एक बम गिरा. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इससे किसी को नुकसान न हो, उन्होंने तुरंत इसे पास के तालाब में फेंक दिया.
कुछ ही मिनट बाद एक और बम उसके पास गिरा और फट गया. धमाका होने के कारण वह जमीन पर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए.
(आईएएनएस)