कानपुर: जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. करीब 25 सालों से बेड पर पड़ी महिला ने परेशान होकर अपनी जान दे दी. एसे में उन नेताओं को इस हादसे का संज्ञान लेना चाहिए और थोड़ी सी शर्म करनी चाहिए. जो अपने क्षेत्र में लोगों के घर केवल चुनाव के वक्त जाते हैं और हालचाल पूछकर नदारद हो जाते हैं.
हादसे के समय सिर्फ मंदबुद्धि बच्चा था मौजूदः जानकारी के मुताबिक, शहर के पनकी थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात लक्ष्मी नाम की महिला ने इसलिए जान दे दी. क्योंकि वह करीब 25 साल से बेड पर थीं. कई साल पहले एक हादसे में महिला का एक पैर कट गया था. उसके बाद वो नहीं चल सकी. महिला को आंखों से दिखता भी नहीं था. जब हादसा हुआ तो महिला के पास उसका मंदबुद्धि बच्चा ही मौजूद था. बच्चा ठीक से बोल नहीं पता, इसलिए वो इस घटना के विषय में किसी को बता तक न सका. जब लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला जल चुकी थीं. महिला को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इस घटना ने शहर के प्रशासनिक अफसरों की शानदार कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े कर दिए. लोगों का कहना है कि पति मजदूर था इसलिए कोई उससे ज्यादा सम्पर्क तक नहीं रखता था.
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शोर मचता तो शायद बच सकती थीं जान: आसपास के लोगों का कहना है कि महिला पिछले काफी समय से परेशान थी. इसलिए उसने अकेले में इस तरह दर्दनाक कदम उठाने का फैसला खुद किया. अगर घर पर महिला के अलावा कोई और व्यक्ति होता तो शायद महिला कि जान बच जाती. पनकी थाना प्रभारी रविन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि एक महिला के खुद को आग लगाने की सूचना मिली थी. जब तक पहुंचे तब तक महिला जल चुकी थी. पति मजदूरी करता है और घटना के समय घर पर नहीं था.
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