लखनऊ : पाकिस्तान में छपी जाली भारतीय नोटों को बांग्लादेश के रास्ते भारत में लाने वाले तस्कर सुभाष मंडल को यूपी एटीएस ने वाराणसी से गिरफ्तार किया है. सुभाष मंडल पर पचास हजार का इनाम घोषित था. बीते वर्ष सुभाष मंडल के छह साथियों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था, तब से ही सुभाष फरार था.
एटीएस एडीजी नवीन अरोड़ा के मुताबिक, 11 अगस्त 2022 को प्रयागराज के नैनी थाने में जाली नोटों की तस्करी की एफआईआर दर्ज की गई थी. गिरफ्तार किये गए सुभाष मंडल के साथ छह और लोग इस गिरोह में शामिल थे. इसके अलावा प्रयागराज के मांडा और सिविल लाइंस कोतवाली में भी जाली नोटों की तस्करी की एफआईआर दर्ज है.
एटीएस एडीजी नवीन अरोड़ा के मुताबिक, मूलरूप से पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में वैष्णव नगर के जोयनपुर निवासी सुभाष मंडल पाकिस्तान में अवैध तरीके से छपे उच्च गुणवत्ता के भारतीय नोटों को भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से अपने सहयोगियों की सहायता से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कराता था. फेक करेंसी की तस्करी करने के लिए वह अलग-अलग राज्यों में सप्लाई करता था. उसकी तलाश लगातार पुलिस टीमें कर रही थीं. शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके खिलाफ प्रयागराज में चार एफआईआर दर्ज हैं. जून महीने में ही उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.