ETV Bharat / bharat

आगरा के डॉक्टर को लंदन की कोर्ट ने सुनाई छह साल की सजा, जानिए पूरा मामला - क्राइम न्यूज

आगरा के डॉक्टर को लंदन की कोर्ट ने छह साल की सजा सुनाई है. आखिर किस मामले में कोर्ट ने यह सजा सुनाई चलिए जानते हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 28, 2023, 4:30 PM IST

आगराः इंग्लैंड की वूलविच क्राउन कोर्ट ने आगरा मूल के निवासी मनोचिकित्सक डॉ. कबीर गर्ग को छह साल की सजा सुनाई है. आरोप है कि वर्तमान में साउथ लंदन निवासी मनोचिकित्सक डॉ. कबीर गर्ग डार्क वेब ब्राउजर पर चलने वाली बाल यौन शोषण साइट का मॉडरेटर (नियंत्रक) था. डॉ. कबीर गर्ग पर बाल यौन शोषण के आरोप सिद्ध होने पर सजा सुनाई गई है.


बता दें कि, नेशनल क्राइम एजेंसी लंदन डार्क वेब ब्राउजर पर संचालित बाल यौन शोषण से संबंधित साइट ‘दी एनेक्स’ की जांच कर रही थी. इसके दुनिया के 90 हजार से अधिक सदस्य हैं. वेबसाइट पर बाल यौन शोषण से संबंधित चित्र और वीडियो शेयर किए जाते थे. जांच के बाद नवंबर-2022 में साउथ लंदन स्थित फ्लैट पर छापा मारा गया था. टीम को मौके से लैपटॉप मिला था जिसमें साइट खुली थी. जिस पर टीम ने लैपटॉप समेत अन्य सामान जब्त किए हैं. इसमें बाल यौन शोषण से संबंधित 7000 से अधिक फोटो और वीडियो मिले थे.

2018 में गया था आगरा से लंदनः मनोचिकित्सक डॉ. कबीर गर्ग ने 2018 में केजीएमयू से एमबीबीएस और एमडी की. इसके बाद निम्हंस बैंगलूरू में प्रैक्टिस की. इसके बाद सन 2018 में डाॅ. कबीर गर्ग लंदन चला गया. दक्षिण पूर्व लंदन के लेविशम लंदन में डाॅ. कबीर गर्ग प्रैक्टिस कर रहा था. डॉ. कबीर गर्ग के पिता भी मनोचिकित्सक हैं जो आगरा के बड़े मनोचिकित्सक हैं.

जब्त लैपटॉप में कई लेख मिले: डॉ. कबीर गर्ग के जब्त लैपटॉप में बाल यौन शोषण से संबंधित कई लेख भी मिले जो उनके ही लिखे हैं. पड़ताल से जांच एजेंसी ने माना कि यौन शोषण पर बच्चों के मन मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ता है इससे वह भलीभांति वाकिफ थे. इनमें ‘यौवन और किशोर कामुकता’, ‘भारत में बाल शोषण पर अध्ययन’ और ‘बलात्कार के प्रभाव और परिणाम’ जैसे शीर्षक वाले लेख भी मिले. इस पर जनवरी 2023 में कोर्ट में डॉक्टर कबीर गर्ग ने अपने को दोषी मान लिया था. जांच में बेवसाइट के 30 प्रशासक मिले. डॉ. कबीर गर्ग उसमें मॉडरेटर की भूमिका निभा रहा था. सेक्स ऑफेंडर रजिस्टर में भी डॉ. कबीर का नाम अंकित मिला. बाल शोषण अपराध में लंदन की वूलविच क्राउन कोर्ट ने उसे छह साल की सजा सुनाई.

डॉ. कबीर गर्ग आठ मामलों में दोषी: डॉ. कबीर को यौन अपराधी ठहराते हुए गंभीर क्षति निवारण आदेश के अधीन छह साल जेल की सजा सुनाई गई है. उसे जिन आठ मामलों में दोषी पाया गया, उनमें बच्चों के यौन शोषण को बढ़ावा देना, बच्चों की अश्लील तस्वीरें बनाने और वितरित करने के तीन-तीन मामले और प्रतिबंधित तस्वीरें रखना आदि शामिल है.

पत्नी से विवाद में नाम सुर्खियों में आया: डॉ. कबीर गर्ग ने सन् 2016 में आगरा की महिला डॉक्टर से शादी की थी. डॉ. कबीर गर्ग अपने साथ पत्नी को लंदन ले गया था. वहां उसकी पत्नी ने भी नौकरी कर ली. जनवरी 2019 में कबीर ने पत्नी आगरा भेज दी. इस पर पत्नी ने डॉ. कबीर गर्ग पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. वर्ष 2019 में दोनों अलग हो गए. 2020 में
डॉक्टर पत्नी ने डॉ. कबीर गर्ग पर धमकाने का आरोप लगाया जिसमें मुकदमा वापसी का दबाव का था.

इससे पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी: विदेश में आगरा के डॉक्टर को पहली बार सजा नहीं हुई है. अप्रैल 2005 में नशीली दवाओं की तस्करी में बड़ी कार्रवाई करके अमेरिका में डॉक्टर अखिल बंसल की गिरफ्तारी की गई थी. अमेरिका की सूचना पर नारकोटिक्स ब्यूरो ने आगरा और जयपुर में छापेमारी की थी. आगरा के कमला नगर में डॉ. ब्रजभूषण बंसल और उनके भाई को पकड़ा था. जयपुर में उसकी बेटी जूली और उसके पति की गिरफ्तारी हुई थी. नशीली दवाओं की तस्करी में भारत और विदेश में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अमेरिका में डॉक्टर बंसल के बेटे को सजा हुई थी.


ये भी पढ़ेंः तीन बच्चों की मां प्रेमी के साथ भागी, दवा लेने के बहाने गई थी बाजार

आगराः इंग्लैंड की वूलविच क्राउन कोर्ट ने आगरा मूल के निवासी मनोचिकित्सक डॉ. कबीर गर्ग को छह साल की सजा सुनाई है. आरोप है कि वर्तमान में साउथ लंदन निवासी मनोचिकित्सक डॉ. कबीर गर्ग डार्क वेब ब्राउजर पर चलने वाली बाल यौन शोषण साइट का मॉडरेटर (नियंत्रक) था. डॉ. कबीर गर्ग पर बाल यौन शोषण के आरोप सिद्ध होने पर सजा सुनाई गई है.


बता दें कि, नेशनल क्राइम एजेंसी लंदन डार्क वेब ब्राउजर पर संचालित बाल यौन शोषण से संबंधित साइट ‘दी एनेक्स’ की जांच कर रही थी. इसके दुनिया के 90 हजार से अधिक सदस्य हैं. वेबसाइट पर बाल यौन शोषण से संबंधित चित्र और वीडियो शेयर किए जाते थे. जांच के बाद नवंबर-2022 में साउथ लंदन स्थित फ्लैट पर छापा मारा गया था. टीम को मौके से लैपटॉप मिला था जिसमें साइट खुली थी. जिस पर टीम ने लैपटॉप समेत अन्य सामान जब्त किए हैं. इसमें बाल यौन शोषण से संबंधित 7000 से अधिक फोटो और वीडियो मिले थे.

2018 में गया था आगरा से लंदनः मनोचिकित्सक डॉ. कबीर गर्ग ने 2018 में केजीएमयू से एमबीबीएस और एमडी की. इसके बाद निम्हंस बैंगलूरू में प्रैक्टिस की. इसके बाद सन 2018 में डाॅ. कबीर गर्ग लंदन चला गया. दक्षिण पूर्व लंदन के लेविशम लंदन में डाॅ. कबीर गर्ग प्रैक्टिस कर रहा था. डॉ. कबीर गर्ग के पिता भी मनोचिकित्सक हैं जो आगरा के बड़े मनोचिकित्सक हैं.

जब्त लैपटॉप में कई लेख मिले: डॉ. कबीर गर्ग के जब्त लैपटॉप में बाल यौन शोषण से संबंधित कई लेख भी मिले जो उनके ही लिखे हैं. पड़ताल से जांच एजेंसी ने माना कि यौन शोषण पर बच्चों के मन मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ता है इससे वह भलीभांति वाकिफ थे. इनमें ‘यौवन और किशोर कामुकता’, ‘भारत में बाल शोषण पर अध्ययन’ और ‘बलात्कार के प्रभाव और परिणाम’ जैसे शीर्षक वाले लेख भी मिले. इस पर जनवरी 2023 में कोर्ट में डॉक्टर कबीर गर्ग ने अपने को दोषी मान लिया था. जांच में बेवसाइट के 30 प्रशासक मिले. डॉ. कबीर गर्ग उसमें मॉडरेटर की भूमिका निभा रहा था. सेक्स ऑफेंडर रजिस्टर में भी डॉ. कबीर का नाम अंकित मिला. बाल शोषण अपराध में लंदन की वूलविच क्राउन कोर्ट ने उसे छह साल की सजा सुनाई.

डॉ. कबीर गर्ग आठ मामलों में दोषी: डॉ. कबीर को यौन अपराधी ठहराते हुए गंभीर क्षति निवारण आदेश के अधीन छह साल जेल की सजा सुनाई गई है. उसे जिन आठ मामलों में दोषी पाया गया, उनमें बच्चों के यौन शोषण को बढ़ावा देना, बच्चों की अश्लील तस्वीरें बनाने और वितरित करने के तीन-तीन मामले और प्रतिबंधित तस्वीरें रखना आदि शामिल है.

पत्नी से विवाद में नाम सुर्खियों में आया: डॉ. कबीर गर्ग ने सन् 2016 में आगरा की महिला डॉक्टर से शादी की थी. डॉ. कबीर गर्ग अपने साथ पत्नी को लंदन ले गया था. वहां उसकी पत्नी ने भी नौकरी कर ली. जनवरी 2019 में कबीर ने पत्नी आगरा भेज दी. इस पर पत्नी ने डॉ. कबीर गर्ग पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. वर्ष 2019 में दोनों अलग हो गए. 2020 में
डॉक्टर पत्नी ने डॉ. कबीर गर्ग पर धमकाने का आरोप लगाया जिसमें मुकदमा वापसी का दबाव का था.

इससे पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी: विदेश में आगरा के डॉक्टर को पहली बार सजा नहीं हुई है. अप्रैल 2005 में नशीली दवाओं की तस्करी में बड़ी कार्रवाई करके अमेरिका में डॉक्टर अखिल बंसल की गिरफ्तारी की गई थी. अमेरिका की सूचना पर नारकोटिक्स ब्यूरो ने आगरा और जयपुर में छापेमारी की थी. आगरा के कमला नगर में डॉ. ब्रजभूषण बंसल और उनके भाई को पकड़ा था. जयपुर में उसकी बेटी जूली और उसके पति की गिरफ्तारी हुई थी. नशीली दवाओं की तस्करी में भारत और विदेश में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अमेरिका में डॉक्टर बंसल के बेटे को सजा हुई थी.


ये भी पढ़ेंः तीन बच्चों की मां प्रेमी के साथ भागी, दवा लेने के बहाने गई थी बाजार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.