बस्ती: कौन नहीं चाहता कि उसके पास करोड़ों रुपये हों, बंगला हो, गाड़ी हों या यूं कहें हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसके पास जिंदगी के लिए सारे ऐशोआराम हों. लेकिन, अगर किसी शख्स को करोड़ों नहीं, बल्कि अरबों रुपये मिल जाएं और उसके बाद भी वह परेशान रहे तो शायद हर कोई इस बात पर चौकेगा. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक मजदूर रातों-रात करोड़पति नहीं, बल्कि अरबपति बन गया. उसके खाते में पहुंचे अरबों रुपये उसकी परेशानी का सबब बन गए. आलम यह है कि करोड़ों रुपये पाकर भी वह उसे लौटने के लिए अब दर-दर की ठोकरे खा रहा है.
दरअसल, लालगंज थानाक्षेत्र के बरतनिया गांव के रहने वाले एक मजदूर के बैंक खाते में दो अरब 21 करोड़ 30 लाख सात रुपये जमा हुए. इसकी जानकारी मजदूर को नहीं हुई. लेकिन, वह तब भौचक्का रह गया, जब कुछ दिन पहले रजिस्टर्ड डाक से आयकर विभाग का नोटिस उसके घर पहुंचा. नोटिस देखकर मजदूर सहित पूरा परिवार सकते में आ गया. बरतनिया निवासी शिवप्रसाद निषाद दिल्ली में मजदूरी करता है. आयकर का नोटिस घर पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद वह गांव लौट आया.
नोटिस में उसके बैंक खाते में 2 अरब 21 करोड़ 30 लाख 7 रुपये कैश जमा होने की जानकारी देते हुए निर्माण कार्य के तौर पर हुए भुगतान में 4 लाख 58 हजार 715 रुपये टीडीएस कटने की जानकारी दी गई. शिवप्रसाद को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर उसके नाम से ऐसा कौन सा करंट खाता है, जिसमें इतने रुपये जमा किए गए. मार्बल की घिसाई करने वाले शिवप्रसाद ने आशंका जताई कि 2019 में उसका पैन कार्ड गायब हो गया था. इसकी मदद से ही किसी ने जालसाजी कर उसके नाम से खाता खोल लिया होगा. इस मामले की उसने लालगंज थाने में जानकारी दी. साथ ही खाते की डिटेल निकालकर मामले की उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की.
यह भी पढ़ें: गोरखपुर और वाराणसी में ज्वेलर्स के यहां आयकर विभाग का छापा, इससे पहले सपा नेता के यहां पड़ी थी रेड