बरेलीः जिले में शोहदों के दुस्साहस का एक मामला सामने आया है. बरेली में छेड़खानी (Molestation in Bareilly) का विरोध करना एक छात्रा को महंगा पड़ गया. शोहदों ने छेड़खानी का विरोध करने पर छात्रा को ट्रेन के आगे फेंक (Threw the Girl in front of the Train) दिया. ट्रेन से छात्रा का एक हाथ और दोनों पैर कट गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया है. कई हड्डी टूट जाने से छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं, एसएसपी ने इस मामले में लापरवाही बरतने पर दारोगा-सिपाही को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, आरोपी और उसके पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उधर, सीएम योगी के निर्देश पर छात्रा के इलाज का खर्च जिला प्रशासन उठाएगा. पीड़िता के परिवार को पांच लाख रुपए देने की घोषणा की गई है.
सूचना के मुताबिक छात्रा एक कोचिंग में पढ़ने जाती है. आरोप है कि रास्ते में एक शोहदा अक्सर उसका रास्ता रोककर परेशान करता था. कई बार शोहदे ने छात्रा को परेशान किया. छेड़खानी से परेशान होकर छात्रा ने अपने घरवालों से इसकी शिकायत भी की थी. परिजनों ने इसकी शिकायत आरोपियों के परिजनों से की थी.
बताया गया कि मंगलवार को छात्रा कोचिंग गई थी. इसके बाद रेलवे क्रॉसिंग के पास वह गंभीर हालत में मिली. उसका एक हाथ और दोनों पैर कटे हुए थे. परिजनों का कहना है कि छात्रा ने बताया है कि शोहदों ने ही उसे ट्रेन के आगे फेंककर जाने से मारने की कोशिश की. मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया. कई हड्डियां टूट जाने की वजह से छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है. परिजनों का कहना है कि आरोपी बीते दो माह से छात्रा को परेशान कर रहे थे. इसकी शिकायत शोहदों के परिजनों से भी की गई थी. पुलिस का कहना है कि परिजनों की तरफ से तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. मामले की जांच की जा रही है.
इस बारे में सीबीगंज थाने के इंस्पेक्टर अशोक कुमार का कहना है कि मामला प्रेम प्रसंग का है पर अभी तक परिजनों की तरफ से कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है. घटना कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है और जांच के बाद जैसे ही परिजनों से तहरीर मिलेगी उसी के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, एसएसपी सुशील चंद्रभान का कहना है कि परिवार की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मुख्य आरोपी और उसके पिता को हिरासत में लिया गया है. संबंधित थाना प्रभारी और सिपाही को लापरवाही के चलते सस्पेंड कर दिया गया है. उनका कहना है कि परिजनों की तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है. वहीं, डीएम रविंद्र कुमार का कहना है कि सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है. मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई का जाएगी. घायल छात्रा को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया जा रहा है. उसके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. पीड़िता के परिवार को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
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