कोरोना के चलते लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत असर हुआ हैं, लोगों में एक तरह का अनामिक डर बैठ गया हैं, इसलिए भी जरूरी हो जाता हैं की हम अपने घर को सुरक्षित और खुशनुमा बनायें। हमारे आसपास के माहौल को हम सचेतना से भर दें, और इसे अपने जीवन का एक अभिन्न अंग या हिस्सा बनाय। ये हम कैसे कर सकते हैं- घर के वातावरण को खुशनुमा बना कर और एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर। अपने घर को एक माइंडफुल स्पेस बनाकर।
क्या हैं माइंडफुल स्पेस?
वह जगह जो आपको आपके आसपास की चीजों से जोड़े,और आपके भीतर ठहराव और शांति लायें। इस तरह से आप अपने आप को इस माइंडफुल स्पेस से जोड़ सकते हैं, और साथ ही अपने में सुख और संतोष का अनुभव कर सकते है। जब आप अपने मन में इस तरह के भाव लाते हैं तो आप खुद को अपने वातावरण से संतुष्टि से जुड़ जाते है।
अपने घर में माइंडफुल स्पेस बनाना अपने आप में एक अच्छी और सुखद शुरुआत है। आइये जानते हैं की क्यों हमें अपने आसपास माइंडफुल स्पेस को बनाना चाहिए :
घर को व्यवस्थित और सुचारु रखना : माइंडफुल स्पेस से हम अपने घर के अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करते हैं जो हमारे मन मस्तिष्क पर भी सीधा असर करता है। एक शोध के अनुसार यह पता चला हैं की जब लोग तनावग्रस्त होते हैं, तो अस्त व्यस्त और गन्दा परिसर उनके मूड पर सीधा असर करता हैं, रूम के अंदर की उथल पुथल उनके अंदर के तनाव को बढ़ा देता हैं और उनकी भावनाओं को आहत करती है। एक अव्यवस्थित जगह का सम्बन्ध सीधा व्याकुल या अशांत मन मस्तिष्क से होता हैं, और जब आप घर से काम कर रहे हैं तो इसका सीधा असर आपकी प्रोडक्टिविटी या काम काज पर होता है। अपने घर में माइंडफुल स्पेस आपको विचारो की स्पष्टता के साथ एक सुचारु दिमाग भी देता है।
एकाग्रता और सजगता का बढ़ना : अपने लिए एक खुद की माइंडफुल जगह आपको एकाग्रता के साथ साथ सचेतना भी देती हैं जो आपको आपके आसपास की चीजों को लेकर सजग बनता है, इसकी वजह से आप नकारात्मकता और विचारो के जंजाल से बच सकते है। जब हम अपमी भावनाओं को सही तरीके से समझते हैं तो अपने विचारो में चौकसी और स्पष्टता भी आती हैं, और हम हमारे सरे काम सुचारु ठंग से पूरा कर पाते हैं।
शांत और आरामदायक : अपने घर में जब हम कोई भी ऐसी चीज़ कटे हैं जिससे हमें शांति का अनुभव होता हैं तोह हम हमारे माइंडफुल स्पेस में इजाफा करते है। इससे से हम नाही ही केवल संतुष्टि का अनुभव करते हैं बल्कि अपने अंदर की पॉजिटिव एनर्जी यानि सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाते है। ह्यग्गे जो की एक डेनिश शब्द हैं, इसका मतलब हैं अपने आसपास आरामदायक माहौल बनाते हुए सुख और शांति का अनुभव करना और माइंडफुल स्पेस बनान। हयग्गय में एक तरह का माइंडफुलनेस हैं क्योंकि ये अपने को नाही केवल संयम देता हैं पर अपने को परिस्तिथियों से जूझने का भी बल देता है। ह्यग्गे स्पेस का मतलब सिर्फ यह नाही हैं की आसपास माहौल कैसे हैं पर यह भी हैं की आप कितनी शांति का अनुभव कर रहे है।
मनोदशा और उत्साह के साथ साथ अच्छी भावनाओं को प्रोत्साहित करना : माइंडफुल स्पेसेस को अपनी अच्छी यादों से अदला बदली कर सकते है। अगर आपका घर आपको शांति और बैलेंस देता हैं तो आपके काम में भी ये दिखाई देता हैं, आप सुचारु तरीके से अपनाक काम समय पर ख़तम कर सकते है। आपका माइंडफुल स्पेस आपकी भावनाएं दिखता हैं और आपकी मनोदशा और उत्साह प्रोत्साहित करता है।
आम चीज़ो से कुछ अलग सोचें : कभी-कभी हमारा एक ही चीज़ की ओर ध्यान जाता हैं जो हमें प्रोत्साहित भी करता है। इसी तरह हमारी माइंडफुल स्पेस हमें एक सुखद अनुभव देती हैं, भले ही हम अपने काम या निजी जिन्दगी को लेकर परेशान होते है। यह हमारी हैप्पी स्पेस होती है। ये वह जगह हैं जो रोज़मर्रा के कामकाज से अलग हैं पर, हमें यहां जाना और अपना समय व्यतीत करना अच्छा लगता है।
तो अपनी माइंडफुल स्पेस अपने अनुसार बनाये जहां जा कर आप खुद को रिफ्रेश कर सके, और नयी ऊर्जा से रोजमर्रा के कामों को अंजाम दे सके।