सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (TMC supremo Mamata Banerjee) ने बुधवार को दावा किया कि उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) के नेतृत्व में टाटा समूह (Tata Group) को तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार द्वारा हुगली जिले के सिंगूर से प्रस्तावित टाटा नैनो कारखानों को गुजरात स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया गया था, उन्होंने स्थानांतरण के लिए मजबूर नहीं किया था.
उन्होंने सिलीगुड़ी के कावाखाली में एक कार्यक्रम में कहा कि 'मैंने टाटा का पीछा नहीं किया, सीपीआई (एम) (CPI(M) ने उन्हें खदेड़ दिया. उन्होंने लोगों की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया था, जिसे हमने लौटा दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि 'आप सभी को इस क्षेत्र की समस्याएं याद हैं. यहां के सभी उद्योगपतियों से मैं कहना चाहूंगी कि हम भेदभाव नहीं करते हैं.' इस बीच, राज्य के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों के बीच बढ़ते विभाजन की खबरों के बीच मुख्यमंत्री का उत्तर बंगाल दौरा महत्व रखता है.
बनर्जी ने चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि 'हम दक्षिण और उत्तरी बंगाल सहित पश्चिम बंगाल एक साथ हैं. उत्तर बंगाल के लोगों के साथ हमारा संपर्क दक्षिण की तुलना में अधिक है. उत्तर बंगाल में बहुत सुधार किए गए हैं.'
2021 के विधानसभा चुनावों के बाद उत्तर बंगाल और जंगलमहल के अलग-अलग राज्यों की मांग तेजी से बढ़ी, अलीपुरद्वार से भाजपा सांसद, जॉन बारला और बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान ने दो स्वायत्त क्षेत्रों के लिए अपनी मांग रखी.