तिरुवनंतपुरम: संघ परिवार पर केरल के खिलाफ 'घृणा अभियान' चलाने का आरोप लगाते हुए सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी (माकपा) की युवा शाखा 'डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया' (डीवाईएफआई) ने शुक्रवार को कहा कि वह दुनिया को 'केरल की असली कहानी' के बारे में बताने के लिए एक व्यापक सोशल मीडिया अभियान शुरू करेगा. डीवाईएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वीके सनोज ने कहा कि संगठन 'केरल स्टोरी' नाम से एक यूट्यूब चैनल शुरू कर रहा है. जहां कोई भी उसे राज्य की वास्तविक कहानियां भेज सकता है.
सनोज ने कहा, 'हम इन वीडियो की जांच करेंगे और इन्हें अपलोड करेंगे. ये वीडियो अन्य सोशल मीडिया मंच पर भी अपलोड किए जाएंगे.' डीवाईएफआई के अखिल भारतीय अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य ए ए रहीम ने कहा कि यह विचार 'केरल के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के घृणा अभियान' को रोकने कहा है. उन्होंने कहा कि संगठन की एक टीम लोगों द्वारा भेजे जाने वाले वीडियो को देखेगी और सत्यता के अनुसार उन्हें अपलोड करेगी.
बता दें कि इससे पहले 'द केरल स्टोरी' फिल्म को लेकर केरल में विवाद खड़ा हुआ था. इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई से मंगलवार को इनकार कर दिया. वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल तथा अधिवक्ता निजाम पाशा ने जस्टिस के एम जोसफ एवं न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना की पीठ को सूचित किया कि फिल्म के ट्रेलर को एक करोड़ 60 लाख बार देखा गया है. यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हो रही है. अधिवक्ता पाशा ने कहा, 'यह फिल्म घृणा फैलाने वाले भाषण का सबसे बदतर उदाहरण है. विशुद्ध तौर पर यह दृश्य-श्रव्य (ऑडियो विजुअल) दुष्प्रचार है.'पीठ ने अपनी टिप्पणी में कहा, 'घृणा भाषण भी कई प्रकार के होते हैं.'
(पीटीआई-भाषा)