चंडीगढ़ : हरियाणा के बल्लभगढ़ के बहुचर्चित निकिता तोमर हत्याकांड में सुनवाई पूरी हो चुकी है. 24 मार्च को फैसला सुनाया जाएगा. आरोप है कि निकिता की हत्या तौसीफ नामक युवक ने की थी और इसमें उसकी मदद रेहान व अजरु ने की थी.
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक 26 अक्टूबर 2020 को निकिता जिस समय पेपर देकर कॉलेज से बाहर निकल रही थी उस समय तौसीफ वे रेहान कॉलेज के बाहर गाड़ी लेकर उसका इंतजार कर रहे थे.
जैसे ही कॉलेज के गेट से निकिता बाहर निकली तो तौसीफ ने उसे गाड़ी में बैठाने को लेकर खींचतान की लेकिन निकिता गाड़ी में नहीं बैठी. जिसके बाद उसने बंदूक से निकिता तोमर के सिर में गोली मार दी और गाड़ी लेकर वहां से फरार हो गए.
इस मामले को लेकर देश में बड़ा बवाल मचा था. हरियाणा सरकार को लव जिहाद कानून बनाने की भी चर्चा करनी पड़ी थी. पुलिस ने इस मामले में तौसीफ रेहान और अजरु को गिरफ्तार कर लिया था.
पुलिस ने इस मामले में 11 दिनों के अंदर 700 पेज की चार्जशीट पेश की थी और इसको मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हुई है. जिसके बाद 24 मार्च को इन तीनों आरोपियों के खिलाफ अदालत द्वारा फैसला सुनाया जाएगा.
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ऐसे में इस फैसले पर फरीदाबाद ही नहीं बल्कि पूरे देश की निगाहें हैं. निकिता के माता-पिता आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग शुरू से ही करते आ रहे हैं.