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कोर्ट ने मेवाणी को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा; आज होगी जमानत पर सुनवाई

पीएम मोदी के खिलाफ कथित ट्वीट करने के आरोप में गिरफ्तार गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी को कोकराझार की अदालत ने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. आज यानी सोमवार उनके जमानत पर सुनवाई संभावित है.

विधायक जिग्नेश मेवाणी
विधायक जिग्नेश मेवाणी
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Published : Apr 25, 2022, 8:14 AM IST

Updated : Apr 25, 2022, 8:24 AM IST


कोकराझार : पीएम मोदी के खिलाफ कथित ट्वीट के लिए असम पुलिस द्वारा गुजरात से गिरफ्तार किए गए गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को अदालत ने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. रविवार को असम पुलिस ने कोकराझार की एक अदालत में गुजरात के विधायक को पेश किया था और कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए निर्दलीय विधायक को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. साथ ही अदालत ने कहा कि उनकी जमानत याचिका सहित आगे की कार्रवाई सोमवार को होगी.

कोकराझार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पनेसर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत ने उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है. मेवाणी की तीन दिन की पुलिस हिरासत रविवार को समाप्त हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया. देर शाम अदालत में सुनवाई हुई और मामले में दो घंटे से अधिक समय तक अर्थात रात करीब साढ़े नौ बजे तक सुनवाई हुई. विधायक मेवाणी को सोमवार सुबह फिर से अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा और उनकी जमानत याचिका सहित आगे की सुनवाई होगी. गले में असमिया गमछा (पारंपरिक तौलिया) लपेटे हुए मेवाणी को सीजेएम के आवास से कोकराझार जेल ले जाया गया. इस बीच कांग्रेस ने यहां मेवाणी के समर्थन में धरना प्रदर्शन जारी रखा.

असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और विधायक दिगंता बर्मन और एसके राशिद ने यहां पार्टी कार्यालय से कोकराझार पुलिस स्टेशन तक एक मौन जुलूस निकाला. मेवाणी की रिहाई की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक और नेता रोजाना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एआईयूडीएफ और सीपीआई (एम) सहित अन्य विपक्षी दलों के साथ-साथ राज्य के एकमात्र निर्दलीय विधायक ने भी पुलिस रिमांड के दौरान मेवाणी से मुलाकात की थी और उन्हें अपना समर्थन देने का वादा किया था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को असम पुलिस द्वारा जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार दिया था.

कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक मेवाणी को विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद बुधवार रात गुजरात के पालनपुर शहर से गिरफ्तार किया गया. प्रधान मंत्री के खिलाफ उनके कथित ट्वीट को लेकर कोकराझार पुलिस स्टेशन में आईपीसी और आईटी अधिनियम शिकायत दर्ज किया गया था. शिकायत के अनुसार उन्होंने कथित तौर पर एक ट्वीट पोस्ट किया था जिसमें दावा किया गया था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी "गोडसे को भगवान मानते हैं". मेवाणी को हवाई मार्ग से गुरुवार तड़के सुबह गुजरात से गुवाहाटी और फिर सड़क मार्ग से कोकराझार ले जाया गया, जहां उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. उस दौरान उन्हें कोकराझार पुलिस स्टेशन में ही रखा गया.

यह भी पढ़ें-जिग्नेश मेवानी को असम पुलिस ने गुजरात से किया गिरफ्तार, ट्विटर ने उनके दो ट्वीट पर लगाई रोक

पीटीआई


कोकराझार : पीएम मोदी के खिलाफ कथित ट्वीट के लिए असम पुलिस द्वारा गुजरात से गिरफ्तार किए गए गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को अदालत ने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. रविवार को असम पुलिस ने कोकराझार की एक अदालत में गुजरात के विधायक को पेश किया था और कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए निर्दलीय विधायक को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. साथ ही अदालत ने कहा कि उनकी जमानत याचिका सहित आगे की कार्रवाई सोमवार को होगी.

कोकराझार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पनेसर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत ने उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है. मेवाणी की तीन दिन की पुलिस हिरासत रविवार को समाप्त हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया. देर शाम अदालत में सुनवाई हुई और मामले में दो घंटे से अधिक समय तक अर्थात रात करीब साढ़े नौ बजे तक सुनवाई हुई. विधायक मेवाणी को सोमवार सुबह फिर से अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा और उनकी जमानत याचिका सहित आगे की सुनवाई होगी. गले में असमिया गमछा (पारंपरिक तौलिया) लपेटे हुए मेवाणी को सीजेएम के आवास से कोकराझार जेल ले जाया गया. इस बीच कांग्रेस ने यहां मेवाणी के समर्थन में धरना प्रदर्शन जारी रखा.

असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और विधायक दिगंता बर्मन और एसके राशिद ने यहां पार्टी कार्यालय से कोकराझार पुलिस स्टेशन तक एक मौन जुलूस निकाला. मेवाणी की रिहाई की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक और नेता रोजाना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एआईयूडीएफ और सीपीआई (एम) सहित अन्य विपक्षी दलों के साथ-साथ राज्य के एकमात्र निर्दलीय विधायक ने भी पुलिस रिमांड के दौरान मेवाणी से मुलाकात की थी और उन्हें अपना समर्थन देने का वादा किया था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को असम पुलिस द्वारा जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार दिया था.

कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक मेवाणी को विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद बुधवार रात गुजरात के पालनपुर शहर से गिरफ्तार किया गया. प्रधान मंत्री के खिलाफ उनके कथित ट्वीट को लेकर कोकराझार पुलिस स्टेशन में आईपीसी और आईटी अधिनियम शिकायत दर्ज किया गया था. शिकायत के अनुसार उन्होंने कथित तौर पर एक ट्वीट पोस्ट किया था जिसमें दावा किया गया था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी "गोडसे को भगवान मानते हैं". मेवाणी को हवाई मार्ग से गुरुवार तड़के सुबह गुजरात से गुवाहाटी और फिर सड़क मार्ग से कोकराझार ले जाया गया, जहां उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. उस दौरान उन्हें कोकराझार पुलिस स्टेशन में ही रखा गया.

यह भी पढ़ें-जिग्नेश मेवानी को असम पुलिस ने गुजरात से किया गिरफ्तार, ट्विटर ने उनके दो ट्वीट पर लगाई रोक

पीटीआई

Last Updated : Apr 25, 2022, 8:24 AM IST

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