चंडीगढ़ : चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (Chandigarh Municipal Corporation Election) के नतीजे घोषित हो गए हैं. अभी तक के आए नतीजों में आम आदमी पार्टी पहले नंबर पर रही है. दूसरे पर बीजेपी और तीसरे पर कांग्रेस पार्टी रही. वहीं अकाली दल के खाते में एक ही सीट आई है. चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. बहुमत के लिए 35 सीटों में से 18 सीटें चाहिए. भाजपा को बहुमत के लिए 17 सीटें चाहिए, क्योंकि उनके पास एक वोट सांसद का है. आप ने पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम का चुनाव लड़ा. वहीं बीजेपी और अकाली दल ने पहली बार अलग-अलग चुनाव लड़ा था.
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के फाइनल नतीजे
- आम आदमी पार्टी- 14 वार्डों में जीत
- भाजपा- 12 वार्डों में जीत
- कांग्रेस- 8 वार्डों में जीत
- शिरोमणि अकाली दल 1 वार्ड में जीत
चंडीगढ़ नगर निगम के कुल 35 वार्ड हैं. इन वार्डों से 203 उम्मीदवार मैदान में थे. जिनके लिए 24 दिसंबर को वोटिंग हुई थी. फिलहाल वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. शहर में 9 मतगणना केंद्र (Chandigarh Election counting centers) बनाए गए थे. प्रत्येक मतगणना केंद्र में तीन से चार वार्डों की मतगणना हुई. बता दें कि चंडीगढ़ में करीब 6 लाख 30 हजार मतदाता हैं और इस बार अब तक की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है. नगर निगम चुनावों की बात की जाए तो इस बार इन चुनावों में 60 फीसदी से ज्यादा वोट पड़े हैं. जबकि साल 2011 और 2016 के मतदान में ये प्रतिशत 60 फीसदी से कम रहा था. इस बार सबसे ज्यादा मतदान वार्ड नंबर 4 में 73.78 फीसदी हुआ है.
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बता दें कि नगर निगम चंडीगढ़ के चुनावों में वर्ष 2016 में 59.54 फीसदी वोटिंग हुई थी. जबकि नगर निगम चंडीगढ़ का पहला चुनाव 1996 में हुआ था. तब 45.77 फीसदी वोटिंग हुई थी. वहीं 2001 में 31.80 फीसदी, 2006 में 45.12 फीसदी, 2011 में 59.03 फीसदी वोटिंग हुई थी.
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चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा महापौर रविकांत शर्मा को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी दमनप्रीत सिंह के हाथों हार मिली है. अधिकारियों ने बताया कि नगरपालिका के 35 वार्डों के लिए नौ मतगणना केंद्र बनाए (Nine counting centers set up ) गए हैं और मतगणना सुबह नौ बजे शुरू हुई.
यहां शुक्रवार को हुए नगर निगम चुनाव के लिए डाले गए मतों की गणना जारी है और परिणाम सोमवार दोपहर तक घोषित होने की उम्मीद है. आप को अब तक पांच वार्डों में जीत मिली है जबकि कांग्रेस और भाजपा को दो-दो वार्ड में विजय हासिल हुई है.
रविकांत शर्मा दमनप्रीत सिंह से अपनी सीट वार्ड संख्या 17 पर 828 मतों के अंतर से हार गए. पूर्व महापौर एवं भाजपा उम्मीदवार दवेश मौदगिल वार्ड संख्या 21 से आप के जसबीर से 939 मतों से हार गए.
पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव लड़ रही आप, तीन वार्डों में और कांग्रेस एक में आगे चल रही है. नगर निगम के 35 वार्डों के लिए नौ मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. वार्डों की संख्या 2016 में 26 थी जो बढ़कर अब 35 हो गई है.
परंपरागत रूप से, हर पांच साल में होने वाले नगरपालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आ जाने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
मौजूदा नगर निकाय में भाजपा के पास बहुमत है. पिछले नगरपालिका चुनावों में, भाजपा ने 20 सीटें जीती थीं और इसकी भूतपूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के हिस्से एक सीट आई थी. कांग्रेस के हाथ बस चार सीटें आई थीं.
भाजपा ने पिछले पांच वर्षों की अपनी उपलब्धियों के सहारे चुनाव लड़ा है जबकि, कांग्रेस और आप ने विकास कार्य करने में कथित तौर पर विफल रहने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और "स्वच्छ सर्वेक्षण (स्वच्छता के लिए एक रैंकिंग) रैंकिंग में शहर के नीचे जाने पर उसकी आलोचना की.
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दोनों दलों ने भाजपा को दादुमाजरा कूड़ा भंडारण स्थल की समस्या न सुलझाने और आवश्यक सामग्रियों की कीमतें बढ़ने को लेकर भी घेरा है.