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World Blood Donor Day: रक्तदान है महादान, 114 बार ब्लड डोनेशन कर डॉ. अरविंद डोगरा बने मिसाल

विश्व रक्तदाता दिवस का उद्देश्य लोगों में रक्तदान को लेकर जागरुकता फैलाना है. ऐसे में रक्तदान के फायदों के बारे में बता रहे हैं डॉ अरविंद डोगरा.

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Published : Jun 14, 2023, 2:27 PM IST

Updated : Jun 14, 2023, 9:03 PM IST

डॉ. अरविंद डोगरा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आजकल के दौर में नौजवान रक्तदान करने से कतराते हैं. दरअसल, रक्तदान करने को लेकर आम लोगों में एक धारणा बनी हुई है. लोगों का सोचना है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है. इससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन यह महज अफवाह है. रक्तदान करने से हार्ट अटैक समेत कई खतरों से बचा जा सकता है. साथ ही रक्तदान करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है. डॉ अरविंद डोगरा आज हजारों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. वह अब तक 100 से अधिक बार रक्तदान कर कई अनमोल जीवन बचा चुके हैं.

पढ़ाई के दौरान मिली रक्तदान करने की प्रेरणा: डॉ अरविंद डोगरा गाजियाबाद के राजनगर स्थित हर्ष ईएनटी अस्पताल में बतौर फिजिशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं. डॉ डोगरा का कहना है कि डॉक्टरी की पढ़ाई के दौरान उन्हें रक्तदान करने की प्रेरणा मिली. उन्हें समझ आया कि रक्तदान करने से अनमोल जिंदगी बचाई जा सकती है. डॉ डोगरा का ब्लड ग्रुप ए नेगेटिव है जो कि बेहद कम लोगों का होता है. रक्तदान करने की शुरुआत डॉ अरविंद डोगरा ने सन् 1988 से की थी.

डॉ अरविंद डोगरा बताते हैं कि नब्बे के दशक में वह गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे थे. उस दौरान निजी अस्पताल में ब्लड बैंक नहीं था. ऐसे में जब अस्पताल में कोई क्रिटिकल मरीज भर्ती होता था तो खून का इंतजाम करना बड़ी चुनौती होती थी. ऐसे में कई बार स्वयं रक्तदान करके रक्त की पूर्ति की साथ ही अस्पताल के स्टाफ को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया.

रक्तदान के पांच फायदे
रक्तदान के पांच फायदे

ये भी पढ़ें: World Blood Donor Day: रक्तदान से टलते हैं अशुभ ग्रह, जानें क्या है रक्तदान का ज्योतिषीय महत्व

हर 3 महीने में रक्तदान: डॉ डोगरा का कहना है कि 114 बार उन्होंने रक्तदान किया. जिसमें से केवल तीन बार उन्होंने अपने परिजनों के लिए रक्तदान किया. जबकि करीब 111 बार उन्होंने अनजान लोगों को रक्त देकर उनकी अनमोल जिंदगी बचाई. डोगरा हर 3 महीने में रक्तदान करते हैं. इसके साथ ही अगर आवश्यकता पड़ती है तो वह अपना प्लाज्मा भी डोनेट करते हैं.

कौन है डॉ अरविंद डोगरा

डॉ अरविंद डोगरा गाजियाबाद के हर्ष ईएनटी अस्पताल में बतौर जनरल फिजिशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं. अरविंद डोगरा को चिकित्सा क्षेत्र में तकरीबन 3 दशक का अनुभव है. कॉरोना महामारी के दौर में भी अरविंद डोगरा ने 20 घंटे लगातार अस्पताल में काम कर कई लोगों की जिंदगियां बचाई थी. जिसके लिए उन्हें जिला प्रशासन समेत कई सामाजिक संगठनों ने सम्मानित भी किया. अरविंद डोगरा गरीब, असहाय और बेसहारा मरीजों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श देते हैं.

ये भी पढ़ें: World Blood Donor Day: सेहतमंद बनाएगा रक्तदान, बढ़ाता है इम्यूनिटी, जानें क्या हैं इसके फायदे

डॉ. अरविंद डोगरा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आजकल के दौर में नौजवान रक्तदान करने से कतराते हैं. दरअसल, रक्तदान करने को लेकर आम लोगों में एक धारणा बनी हुई है. लोगों का सोचना है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है. इससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन यह महज अफवाह है. रक्तदान करने से हार्ट अटैक समेत कई खतरों से बचा जा सकता है. साथ ही रक्तदान करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है. डॉ अरविंद डोगरा आज हजारों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. वह अब तक 100 से अधिक बार रक्तदान कर कई अनमोल जीवन बचा चुके हैं.

पढ़ाई के दौरान मिली रक्तदान करने की प्रेरणा: डॉ अरविंद डोगरा गाजियाबाद के राजनगर स्थित हर्ष ईएनटी अस्पताल में बतौर फिजिशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं. डॉ डोगरा का कहना है कि डॉक्टरी की पढ़ाई के दौरान उन्हें रक्तदान करने की प्रेरणा मिली. उन्हें समझ आया कि रक्तदान करने से अनमोल जिंदगी बचाई जा सकती है. डॉ डोगरा का ब्लड ग्रुप ए नेगेटिव है जो कि बेहद कम लोगों का होता है. रक्तदान करने की शुरुआत डॉ अरविंद डोगरा ने सन् 1988 से की थी.

डॉ अरविंद डोगरा बताते हैं कि नब्बे के दशक में वह गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे थे. उस दौरान निजी अस्पताल में ब्लड बैंक नहीं था. ऐसे में जब अस्पताल में कोई क्रिटिकल मरीज भर्ती होता था तो खून का इंतजाम करना बड़ी चुनौती होती थी. ऐसे में कई बार स्वयं रक्तदान करके रक्त की पूर्ति की साथ ही अस्पताल के स्टाफ को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया.

रक्तदान के पांच फायदे
रक्तदान के पांच फायदे

ये भी पढ़ें: World Blood Donor Day: रक्तदान से टलते हैं अशुभ ग्रह, जानें क्या है रक्तदान का ज्योतिषीय महत्व

हर 3 महीने में रक्तदान: डॉ डोगरा का कहना है कि 114 बार उन्होंने रक्तदान किया. जिसमें से केवल तीन बार उन्होंने अपने परिजनों के लिए रक्तदान किया. जबकि करीब 111 बार उन्होंने अनजान लोगों को रक्त देकर उनकी अनमोल जिंदगी बचाई. डोगरा हर 3 महीने में रक्तदान करते हैं. इसके साथ ही अगर आवश्यकता पड़ती है तो वह अपना प्लाज्मा भी डोनेट करते हैं.

कौन है डॉ अरविंद डोगरा

डॉ अरविंद डोगरा गाजियाबाद के हर्ष ईएनटी अस्पताल में बतौर जनरल फिजिशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं. अरविंद डोगरा को चिकित्सा क्षेत्र में तकरीबन 3 दशक का अनुभव है. कॉरोना महामारी के दौर में भी अरविंद डोगरा ने 20 घंटे लगातार अस्पताल में काम कर कई लोगों की जिंदगियां बचाई थी. जिसके लिए उन्हें जिला प्रशासन समेत कई सामाजिक संगठनों ने सम्मानित भी किया. अरविंद डोगरा गरीब, असहाय और बेसहारा मरीजों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श देते हैं.

ये भी पढ़ें: World Blood Donor Day: सेहतमंद बनाएगा रक्तदान, बढ़ाता है इम्यूनिटी, जानें क्या हैं इसके फायदे

Last Updated : Jun 14, 2023, 9:03 PM IST
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