भोपाल : साउथ टीटी नगर में विशेष कोविड अस्पताल (काटजू अस्पताल) में लोकार्पण पट्टिका (Name Plate) को लेकर दो पूर्व मंत्रियों में विवाद हो गया है. पहले इस नाम पट्टिका में पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता (Former Minister Umashankar Gupta) का नाम नहीं था. लेकिन शनिवार को जब नई नेम प्लेट में उनका नाम जोड़ा गया, तो कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा (MLA PC Sharma) ने इसको लेकर मोर्चा खोल दिया. मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी विधायक पीसी शर्मा को लेकर बयान दिया है.
केयर इंडिया के तहत संचालित होगा काटजू अस्पताल
दरअसल 2 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने साउथ टीटी नगर में स्थित काटजू अस्पताल (Katju Hospital) का शुभारंभ किया था. 5 मंजिला इस अस्पताल को केयर इंडिया (Care India) के सहयोग से संचालित किया जाना है. जिसमें 200 बिस्तर कोविड मरीज के लिए रखे गए हैं. इसमें नाम पट्टिका को लेकर विवाद सामने आ गया है.
उमाशंकर गुप्ता के दबाव में जुड़ा नाम- शर्मा
जिस दिन इस अस्पताल का शुभारंभ हुआ था. उस दिन नाम पट्टिका में दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के पूर्व विधायक और मंत्री रहे उमाशंकर गुप्ता का नाम नहीं था. वहीं वर्तमान में इस क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा हैं. ऐसे में नाम पट्टिका में शर्मा का नाम था. अब शनिवार को यहां पर नई नाम पट्टिका लगाई गई. जिसमें उमाशंकर गुप्ता का नाम भी जोड़ दिया गया. इस पर कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि जब पूर्व में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के समय नाम पट्टिका में उमाशंकर गुप्ता का नाम नहीं था, तो अब गुप्ता अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपना नाम क्यों जुड़वा रहे हैं?
मेरे कार्यकाल में हुआ था भूमि पूजन : गुप्ता
दक्षिण पश्चिम क्षेत्र से ही पूर्व बीजेपी विधायक उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि यह कोई श्रेय लेने की होड़ नहीं है. दरअसल उनके क्षेत्र में यह अस्पताल तब से है जब से वह मंत्री थे. मेरे ही कार्यकाल में इस का भूमि पूजन हुआ था. वहीं गुप्ता ने पीसी शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं जब विधायक था तब अस्पताल के बाहर बैठ कर लोगों की समस्याएं सुनता था. लेकिन पीसी शर्मा तो कभी इंजीनियर को मार देते हैं, कभी अस्पताल में डॉक्टरों के संग हंगामा करते हैं. मैं उनके जैसा नेता नहीं हूं.
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दिवाना : सारंग
इस मामले में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि काटजू अस्पताल बनने में पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता का बड़ा योगदान है. बीजेपी की सरकार में इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन हुआ था. कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में तो इस प्रोजेक्ट पर कुछ काम नहीं हुआ है. फिर भी पीसी शर्मा इसका श्रेय लेना चाहते हैं, तो पीसी शर्मा बेगानी शादी में अब्दुल्ला दिवाना बन रहे हैं.
क्या है विवाद की असली वजह
दरअसल दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और बीजेपी की ओर से इन दोनों नेता को 2018 में टिकट दिया गया था. बीजेपी की ओर से इस सीट पर जहां उमाशंकर गुप्ता को टिकट मिला था. वहीं कांग्रेस की ओर से पीसी शर्मा को टिकट दिया गया था. इस चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. दोनों ही नेता चाहते हैं कि अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को उनका नाम नजर आए.