कच्छ: ईद के त्योहार के बाद निजी स्कूलों द्वारा मनाए जाने वाले जश्न को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इसे लेकर एक निजी स्कूल विवादों में आ गया है. अंजार के वर्षामेडी के पास अक्षरम स्कूल में ईद मनाई गई. बताया जा रहा है कि ईद के मौके पर हिंदू बच्चों से मुस्लिम प्रतीक चिह्न बनवाया गया. बताया जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन ने छोटे बच्चों को मुस्लिम पोशाक पहनने के लिए कहा था, जिसे लेकर बच्चों के माता-पिता नाराज हैं. अब इस मामले में हिंदू संगठनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
मुस्लिम प्रतीक चिन्ह बनाने पर हुआ विवाद: जानकारी के अनुसार पूर्वी कच्छ के अंजार तालुका में वर्षामेडी के पास अक्षरम स्कूल में ईद मनाई गई. लेकिन यहां हिंदू बच्चों से कुछ सजावटी चीजें और लालटेन बनवाई गईं थीं, जिसमें मुस्लिम प्रतीक यानी चांद सितारे बनवाए गए. अभिभावकों का आरोप है कि उन्हें बच्चों को मुस्लिम पोशाक यानी पठानी सलवार कमीज पहनाकर भेजने के लिए संदेश दिया गया था, जिसे लेकर अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा है.
एक हिंदू संगठन ने भी सोमवर को स्कूल जाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस मामले में जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, संजय परमार ने कहा कि एक निजी स्कूल में बकरीद मनाने को लेकर विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में एक जांच टीम भेजी गई है. इस मामले में अगर स्कूल की लापरवाही पाई गई तो स्कूल के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
स्कूल प्रबंधन ने मांगी माफी: अक्षरम इंटरनेशनल स्कूल की एमडी पिंकी अहीर ने कहा कि हमने अभिभावकों से नहीं कहा था कि बच्चे हरे कपड़े पहनकर आएं, लेकिन बच्चे ऐसे कपड़े पहनकर आए हैं. प्रबंधन के निर्देशानुसार स्कूल में ईद मनाई गई. बच्चों ने लालटेन में चांद और तारे का प्रतीक बनाया. इस गतिविधि में हिंदू समाज के साथ-साथ बच्चों के माता-पिता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए हम क्षमा चाहते हैं और अब से ऐसी कोई गतिविधि नहीं की जाएगी.