चित्तापुर: कर्नाटक में कांग्रेस के अगली सरकार बनाने का भरोसा जताते हुए चित्तापुर से विधायक एवं पूर्व मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि पार्टी का मकसद निवेश और रोजगार के अवसर पैदा करने के संबंध में राज्य का गौरव लौटाना है. उनका मानना है कि कर्नाटक के लोगों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के प्रदर्शन का पहले ही मूल्यांकन कर लिया है.
प्रियांक ने कहा, 'ठेकेदारों के संघ और भाजपा के कई विधायक एवं मंत्री खुद इसका मूल्यांकन कर चुके हैं. वे इसे (कर्नाटक में भाजपा सरकार) खुद ‘40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार’ कहकर बुलाते हैं, न कि कांग्रेस. धार्मिक नेताओं ने प्रदर्शन का रिपोर्ट कार्ड दिया है। कांग्रेस महज लोगों की भावनाओं को बयां कर रही है.' उन्होंने चुनावों में कांग्रेस की जीत की संभावनाओं से जुड़े एक सवाल के जवाब में एजेंसी से कहा, 'कांग्रेस सत्ता में आएगी. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खरगे) और हमारे नेता राहुल गांधी ने हमसे साफ कहा है कि हमें 150 सीट लाने की जरूरत है और हम 150 सीट लाएंगे.'
यह पूछने पर कि 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ये विधानसभा चुनाव कितने महत्वपूर्ण हैं, प्रियांक ने कहा कि कर्नाटक न केवल कांग्रेस, बल्कि देश के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण राज्य है. उन्होंने कहा, 'हम एक आर्थिक शक्ति भी हैं. कर्नाटक उन चुनिंदा राज्यों में से एक है, जो केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा योगदान देते हैं और हम यहां व्यवस्था को सड़ने नहीं दे सकते. इसका न केवल कर्नाटक, बल्कि देश पर भी बहुत बड़ा असर पड़ेगा. हमारा यूपी (उत्तर प्रदेश) मॉडल नहीं हो सकता. कर्नाटक मॉडल उत्कृष्ट मॉडल है.'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'संविधान की रक्षा बेहद महत्वपूर्ण है. हम हिंदुत्व की प्रयोगशाला बनने के लिए तैयार नहीं हैं, जो कि प्रतिगामी विचारधारा है. हम निवेश, रोजगार के अवसर पैदा करने के संबंध में कर्नाटक को उसका गौरव लौटाना चाहते हैं. हमें एक प्रगतिशील राज्य के तौर पर जाना जाता है और हमारा विचार एक प्रगतिशील राज्य बने रहने का है.'
यह पूछने पर कि क्या 10 मई को होने वाला विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है और वह भी ऐसे वक्त में, जब उनके पिता एवं कलबुर्गी जिले से ताल्लुक रखने वाले मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. जवाब में प्रियांक ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह प्रतिष्ठा की लड़ाई है. यह भारत के विचार को बचाने की लड़ाई है. यह संविधान को बचाने और कर्नाटक को पूरी तरह से बर्बाद होने से रोकने की लड़ाई है.'
उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मल्लिकार्जुन खरगे के बीच लड़ाई का प्रश्न नहीं है. प्रियांक ने कहा कि यह दो विचारधाराओं-एक ऐसी विचाराधारा, जो भारत को बर्बाद कर सकती है और एक ऐसी विचारधारा, जो भारत का निर्माण कर सकती है-के बीच की लड़ाई है.
चित्तापुर में किए विकास कार्यों के बल पर लगातार तीसरी बार इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे प्रियांक ने भाजपा के अपने प्रतिद्वंद्वी मणिकंठ राठौड़ पर निशाना साधा. उन्होंने भाजपा पर एक 'हिस्ट्री-शीटर' को टिकट देकर चित्तापुर के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया. भाजपा द्वारा वंशवाद की राजनीति को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधे जाने पर प्रियांक ने सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार किया और कहा, 'हम बहस के लिए तैयार हैं. आइए हम इस बारे में बात करें.' उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा इसके लिए तैयार है.
(पीटीआई-भाषा)