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पंजाब को लेकर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व नाराज, सिद्धू के त्यागपत्र पर अभी नहीं हुआ कोई फैसला - नवजोत सिंह सिद्धू

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे से जुड़े घटनाक्रम को लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज चल रहा है.

पंजाब को लेकर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व नाराज
पंजाब को लेकर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व नाराज
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Published : Sep 29, 2021, 7:48 PM IST

Updated : Sep 29, 2021, 9:51 PM IST

नई दिल्ली : पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे से जुड़े घटनाक्रम को लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज है. हालांकि अभी सिद्धू के त्यागपत्र पर कोई फैसला नहीं हुआ है. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.

दूसरी तरफ, पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस पूरे घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार किया और सिर्फ यह कहा कि इस मामले पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत जवाब देंगे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मेरी हरीश रावत जी से बात हुई है. वह पूरी स्थिति से अवगत हैं. वह आप लोगों (मीडिया) के सवालों के जवाब देंगे.'

सुप्रिया श्रीनेत ने एक समाचार चैनल की एंकर की ओर से राहुल गांधी के संदर्भ में की गई कथित विवादित टिप्पणी पर बात की और इसकी निंदा की. उन्होंने कहा कि संबंधित पत्रकार संगठनों को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. महिला एंकर ने इस मामले में माफी मांग ली है.

पंजाब के घटनाक्रम पर हरीश रावत से इस मामले पर टिप्पणी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो सकी.

कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने बताया, 'पंजाब में सिद्धू के इस्तीफे के बाद जो नया घटनाक्रम शुरू हुआ है, उससे आलाकमान नाराज है. यह जरूर है कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से सिद्धू के इस्तीफे के संदर्भ में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है.'

सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेता और राज्य सरकार के मंत्री परगट सिंह एवं अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मंगलवार से ही सिद्धू के संपर्क हैं तथा मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं.

उधर, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और 'दागी' नेताओं की नियुक्तियों पर बुधवार को सवाल उठाए.

उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं लेकिन अपने सिद्धांतों पर हमेशा डटे रहेंगे.

सिद्धू ने जारी किया वीडियो

इससे पहले इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिद्धू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो शेयर किया. इसमें नवजोत सिद्धू ने कहा कि वह पद के लिए नहीं पंजाब की बेहतरी के लिए काम कर रहे थे, इसलिए उनके लिए पदों का कोई महत्व नहीं था.

हाईकमान ने सीएम चन्नी से समस्या का समाधान करने को कहा

सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब कांग्रेस के मुद्दे को सुलझाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी को सौंपी.

सिद्धू से सीएम चन्नी की बात

नवजोत सिद्धू के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने बुधवार सुबह तत्काल कैबिनेट की बैठक बुलाई. बैठक में जहां पंजाब के मुद्दों पर चर्चा हुई, वहीं सिद्धू के इस्तीफे पर भी चर्चा हुई. कैबिनेट बैठक के बाद संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि सिद्धू से उनकी टेलीफोन पर बातचीत हुई और उनसे मिलने के लिए भी कहा गया. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मुद्दे का समाधान किया जाएगा और नवजोत सिद्धू की किसी भी शिकायत का समाधान किया जाएगा.

पढ़ें - गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह

नए अध्यक्ष के नामों पर चर्चा

अपने पद से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू पर उनके विरोधियों ने भी निशाना साधा था. इस बीच खबरें थीं कि आलाकमान अब नवजोत सिद्धू को नहीं मनाने की बात कह रहा है. सूत्रों ने बताया कि आलाकमान जल्द ही पंजाब के नए अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार का चयन कर सकता है. सूत्रों का कहना हैकि अगर कांग्रेस आलाकमान सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार कर लेता है तो वह रवनीत बिट्टू, परगट सिंह या कुलजीत नागरा में से किसी एक को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त कर सकता है.

पटियाला में सिद्धू के आवास पर समानांतर बैठक

नवजोत सिद्धू के इस्तीफे के बाद उनके समर्थन में कई विधायक और नेता उनके आवास पर पहुंचे. नवजोत सिद्धू को मनाने के लिए जहां परगट सिंह, राज वारिंग पहुंचे, वहीं सुखपाल खैरा भी उनसे मिलने नवजोत सिद्धू के घर पहुंचे.

नई दिल्ली : पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे से जुड़े घटनाक्रम को लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज है. हालांकि अभी सिद्धू के त्यागपत्र पर कोई फैसला नहीं हुआ है. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.

दूसरी तरफ, पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस पूरे घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार किया और सिर्फ यह कहा कि इस मामले पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत जवाब देंगे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मेरी हरीश रावत जी से बात हुई है. वह पूरी स्थिति से अवगत हैं. वह आप लोगों (मीडिया) के सवालों के जवाब देंगे.'

सुप्रिया श्रीनेत ने एक समाचार चैनल की एंकर की ओर से राहुल गांधी के संदर्भ में की गई कथित विवादित टिप्पणी पर बात की और इसकी निंदा की. उन्होंने कहा कि संबंधित पत्रकार संगठनों को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. महिला एंकर ने इस मामले में माफी मांग ली है.

पंजाब के घटनाक्रम पर हरीश रावत से इस मामले पर टिप्पणी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो सकी.

कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने बताया, 'पंजाब में सिद्धू के इस्तीफे के बाद जो नया घटनाक्रम शुरू हुआ है, उससे आलाकमान नाराज है. यह जरूर है कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से सिद्धू के इस्तीफे के संदर्भ में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है.'

सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेता और राज्य सरकार के मंत्री परगट सिंह एवं अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मंगलवार से ही सिद्धू के संपर्क हैं तथा मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं.

उधर, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और 'दागी' नेताओं की नियुक्तियों पर बुधवार को सवाल उठाए.

उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं लेकिन अपने सिद्धांतों पर हमेशा डटे रहेंगे.

सिद्धू ने जारी किया वीडियो

इससे पहले इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिद्धू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो शेयर किया. इसमें नवजोत सिद्धू ने कहा कि वह पद के लिए नहीं पंजाब की बेहतरी के लिए काम कर रहे थे, इसलिए उनके लिए पदों का कोई महत्व नहीं था.

हाईकमान ने सीएम चन्नी से समस्या का समाधान करने को कहा

सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब कांग्रेस के मुद्दे को सुलझाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी को सौंपी.

सिद्धू से सीएम चन्नी की बात

नवजोत सिद्धू के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने बुधवार सुबह तत्काल कैबिनेट की बैठक बुलाई. बैठक में जहां पंजाब के मुद्दों पर चर्चा हुई, वहीं सिद्धू के इस्तीफे पर भी चर्चा हुई. कैबिनेट बैठक के बाद संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि सिद्धू से उनकी टेलीफोन पर बातचीत हुई और उनसे मिलने के लिए भी कहा गया. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मुद्दे का समाधान किया जाएगा और नवजोत सिद्धू की किसी भी शिकायत का समाधान किया जाएगा.

पढ़ें - गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह

नए अध्यक्ष के नामों पर चर्चा

अपने पद से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू पर उनके विरोधियों ने भी निशाना साधा था. इस बीच खबरें थीं कि आलाकमान अब नवजोत सिद्धू को नहीं मनाने की बात कह रहा है. सूत्रों ने बताया कि आलाकमान जल्द ही पंजाब के नए अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार का चयन कर सकता है. सूत्रों का कहना हैकि अगर कांग्रेस आलाकमान सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार कर लेता है तो वह रवनीत बिट्टू, परगट सिंह या कुलजीत नागरा में से किसी एक को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त कर सकता है.

पटियाला में सिद्धू के आवास पर समानांतर बैठक

नवजोत सिद्धू के इस्तीफे के बाद उनके समर्थन में कई विधायक और नेता उनके आवास पर पहुंचे. नवजोत सिद्धू को मनाने के लिए जहां परगट सिंह, राज वारिंग पहुंचे, वहीं सुखपाल खैरा भी उनसे मिलने नवजोत सिद्धू के घर पहुंचे.

Last Updated : Sep 29, 2021, 9:51 PM IST
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