लखनऊः उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी आने वाले चुनावों में न एनडीए के साथ गठबंधन कर रही है और ना ही इंडिया के साथ. मायावती की इस घोषणा के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने मायावती को लेकर टिप्पणी की है. हालांकि, कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम मायावती के बचाव में खड़े दिख रहे हैं. उन्होंने इस तरह की बयानबाजी को मायावती का अपमान बताया है.
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हमने हमला कहाँ किया आचार्य @AcharyaPramodk जी।
— Surendra Rajput (@ssrajputINC) August 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सिर्फ़ हमले का जवाब दिया है यक़ीन ना हो तो देख लीजिये और सुन लीजिये। https://t.co/rXIRnhgEFR pic.twitter.com/GC3jBoDO4E
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— Surendra Rajput (@ssrajputINC) August 30, 2023
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सुरेंद्र राजपूत ने मायावती को दौलत की बेटी बतायाः कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत एक वीडियो बयान ट्वीट किया है, जिसमें उनका कहना है कि "इंडिया गठबंधन या कांग्रेस पार्टी ने मायावती को कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया है कि आप हमारे साथ आईए. मायावती दलित बेटी नहीं दौलत की बेटी हैं. जिस तरफ दौलत है, जिस तरफ स्वार्थ है, उस तरफ मायावती जा रही हैं. इसके लिए उनको शुभकामना देता हूं".
मायावती अपने नेताओं को नहीं रोक पा रहींः सुरेंद्र राजपूत ने आगे कहा कि, "आज की डेट में मायावती अपनी पार्टी के नेता को नहीं रोक पा रही हैं, इमरान मसूद भी उनको छोड़कर चले गए. धीरे-धीरे मायावती बुआ और भतीजे की पार्टी रह जाएंगी. देश में दलितों के वोट का सौदा अब नहीं होगा. आरक्षण विरोधियों के साथ मायावती का गठबंधन खुले रूप से दिखाई दे रहा है".
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कांग्रेस प्रवक्ता @ssrajputINC जी को “रक्षा” बंधन के दिन बहिन जी पर इतना बड़ा “हमला” नहीं करना चाहिये था, बहन कु. @Mayawati जी को दलित की बेटी की जगह “दौलत” की बेटी कहना पूरे दलित समाज को “अपमानित”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
करने जैसा है. @kharge
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करने जैसा है. @khargeकांग्रेस प्रवक्ता @ssrajputINC जी को “रक्षा” बंधन के दिन बहिन जी पर इतना बड़ा “हमला” नहीं करना चाहिये था, बहन कु. @Mayawati जी को दलित की बेटी की जगह “दौलत” की बेटी कहना पूरे दलित समाज को “अपमानित”
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करने जैसा है. @kharge
प्रमोद कृष्णम ने सुरेंद्र राजपूत के बयान को अपमान बतायाः वहीं कांग्रेस के एक और प्रवक्ता प्रमोद कृष्णम ने सुरेंद्र राजपूत के इस बयान को रक्षाबंधन के दिन बहन जी मायावती का अपमान बताया है. उन्होंने सुरेंद्र राजपूत के ट्वीट पर लिखा है, "कांग्रेस प्रवक्ता को रक्षा बंधन के दिन बहन जी पर इतना बड़ा हमला नहीं करना चाहिए था, मायावती को दलित की बेटी की जगह दौलत की बेटी कहना पूरे दलित समाज को अपमानित करने जैसा है".
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1. एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियाँ हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">1. एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियाँ हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
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मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का किया ऐलानः मायावती ने कहा था कि एनडीए व इण्डिया गठबंधन में अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के विरुद्ध बसपा अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता. बसपा, विरोधियों के जुगाड़ से ज्यादा समाज के टूटे और बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को भाईचारे के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी.