नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की आलोचना की है, पर उसने आम आदमी पार्टी को लेकर भी सवाल उठाए हैं. पार्टी ने कहा कि आम आदमी पार्टी उस वक्त बिल्कुल चुप थी, जब हमारे नेताओं से नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की पूछताछ चल रही थी.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह बात किसी से छिपी नहीं है कि एजेंसी भाजपा नेता के दरवाजे पर कभी नहीं जाती है, यहां तक कि उन पर गंभीर आरोप लगे हों तब भी. लंबे समय से मांग हो रही है इसके बावजूद एजेंसी अडाणी के यहां छापे नहीं मार रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली शराब घोटाले को लेकर आवाज उठाई है, यह सच है. यह आश्चर्य की बात है कि दिल्ली में जब कोविड की वजह से स्थिति खराब थी, तब आप की सरकार नई आबकारी नीति बनाने को लेकर व्यस्त थी, लेकिन हम उनसे यह सवाल क्यों न पूछें कि आप ने ईडी की पूछताछ पर चुप्पी क्यों साध रखी थी, जब हमारे नेता उनके निशाने पर थे. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम किसी की भी गिरफ्तारी या छापेमारी को सही नहीं ठहरा रहे हैं, लेकिन विपक्षी पार्टी पर जब भी हमला होता है, तो सभी पार्टियों को बोलना चाहिए.
जाहिर है, श्रीनेत का इशारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर था. ईडी ने उन दोनों नेताओं से पूछताछ की थी. पर, तब आप ने केंद्रीय एजेंसियों के रुख की निंदा नहीं की थी, कांग्रेस इसको लेकर नाराज है. जाहिर है, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं. माना जाता है कि आप ने कांग्रेस के वोट को अपनी ओर शिफ्ट कर लिया है. यही वजह है कि संसद के भीतर भले ही वे एक दूसरे का साथ देते हुए दिख रहे हों, लेकिन बाहर में दोनों एक दूसरे के खिलाफ रहते हैं.
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि दिल्ली शराब घोटाले को लेकर सबसे पहली आवाज कांग्रेस ने उठाई थी. उन्होंने कहा कि हमारे लगातार मुद्दे उठाने की वजह से ही दिल्ली के एलजी को कार्रवाई के लिए कदम उठाने पड़े. पार्टी ने दावा किया है कि उसकी वजह से दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को त्याग दिया.
दिल्ली के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने भी आप पर हमला बोला. दीक्षित ने ईटीवी भारत को बताया कि दिल्ली में जब कांग्रेस की सरकार थी, तो आप कई तरह के अनर्गल आरोप लगाती रहती थी. आज जबकि आप सत्ता में है, तो पार्टी ने उन आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं की, इसका मतलब ये है कि आपके आरोपों में दम नहीं था. दीक्षित ने कहा कि बेसलेस आरोप लगाकर आप ने दिल्ली की जनता को गुमराह करने का काम किया है. संदीप दक्षित ने कहा कि जब सीबीआई ने सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया, तो वे बापू की समाधि पर विरोध करने चले गए, आखिर इसकी जरूरत क्यों थी. उन्होंने कहा कि आखिरकार आरोपों को लेकर कोर्ट को फैसला करना है. लेकिन उन्हें तो दिखावा करना है, वही किया.
पार्टी ने कहा कि वह एजेंसियों के दुरुपयोग का मामला लंबे समय से उठा रही है और उसे अब भी उठाती रहेगी. कांग्रेस ने कहा कि ईडी की कन्विक्शन रेट बहुत ही कम है. श्रीनेत ने कहा कि कुछ स्थानीय मुद्दे हैं, जो हमलोगों के बीच आते रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद हमारा बृहत्तर लक्ष्य 2024 में भाजपा को हराना है. उन्होंने कहा कि यह कहना कि विपक्षी बिखरे हुए हैं, अलग हैं, यह बिल्कुल ही गलत है. जब भी मौका मिलेगा और सही समय होगा, तो हम सभी एकजुट होकर उनका मुकाबला करेंगे. वे हमारे नेताओं के भाषण संंसद से निकाल सकते हैं, लेकिन हम अडाणी के उन मुद्दों को उठाते रहेंगे.
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