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राम मंदिर भूमि घोटाला : कांग्रेस बोली- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच - Trust secretary

रामजन्‍मभूमि तीर्थ ट्रस्‍ट में जमीन खरीद पर घोटाले को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि दिर की भूमि के कथित धोखाधड़ी सौदे (fraud deal) के लिए भाजपा और आरएसएस के लोग जिम्मेदार हैं. साथ ही उन्होंने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की.

रणदीप सिंह सुरजेवाला
रणदीप सिंह सुरजेवाला
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Published : Jun 14, 2021, 5:17 PM IST

Updated : Jun 14, 2021, 5:28 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) को लेकर लगाए गए अवैध भूमि सौदे (illicit land deal) के आरोपों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की.

कांग्रेस का यह बयान उत्तर प्रदेश में दो विपक्षी दलों, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party ) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) द्वारा दावा किए जाने के एक दिन बाद आया है . दोनो दलों ने दावा किया है कि दो रियल एस्टेट डीलरों (real estate dealers) ने कथित तौर पर एक व्यक्ति से 2 करोड़ रुपये में एक संपत्ति खरीदी और कुछ ही मिनट के बाद ट्रस्ट को 18.5 करोड़ रु में बेच दिया.

डील के लिए भाजपा और आरएसएस जिम्मेदार

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने कहा, ' पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि मंदिर की भूमि के कथित धोखाधड़ी सौदे (fraud deal) के लिए भाजपा और आरएसएस के लोग जिम्मेदार हैं. यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. जब यह घोटाला और इसके तथ्य सामने आए, तो हमारी मांग है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पूरे मामले का संज्ञान लें और इसकी जांच की जाए.

रणदीप सिंह सुरजेवाला का बयान

सार्वजनिक हो ऑडिट रिपोर्ट

उन्होंने आगे कहा, 'सुप्रीम कोर्ट को मंदिर निर्माण के लिए दान (donation for temple ) के रूप में प्राप्त सभी राशि और व्यय का ऑडिट करना चाहिए और साथ ही उस दान से खरीदी गई सभी भूमि के मूल्य का आकलन करना चाहिए और उस ऑडिट रिपोर्ट को भक्तों के सामने सार्वजनिक करें.

हालांकि सुरजेवाला ने इस बात से इनकार कर दिया कि राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण रुकना नहीं चाहिए, बल्कि आरोपों की जांच होनी चाहिए.

लोगों की आस्था का अपमान

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'करोड़ों लोगों ने अपनी आस्था और भक्ति (faith and devotion) के कारण प्रसाद चढ़ाया. उस दान का दुरुपयोग अधर्म, पाप और लोगों की आस्था का अपमान है.

पढ़ें - Ram Mandir Scam: चंपत राय का पलटवार, बोले- आरोप भ्रामक और राजनीति से प्रेरित

वहीं, ट्रस्ट सचिव (Trust secretary) चंपत राय (Champat Rai) ने कहा है कि सहमति पत्र के आधार पर भूमि की खरीदारी की जा रही है. उसी के अनुसार संपूर्ण मूल्य विक्रेता के खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित किया जाता है. उन्होंने कहा कि जिस भूखंड को लेकर बयानबाजी की जा रही है, वह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी भी जमीन क्रय की है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी गई हैं.

नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) को लेकर लगाए गए अवैध भूमि सौदे (illicit land deal) के आरोपों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की.

कांग्रेस का यह बयान उत्तर प्रदेश में दो विपक्षी दलों, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party ) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) द्वारा दावा किए जाने के एक दिन बाद आया है . दोनो दलों ने दावा किया है कि दो रियल एस्टेट डीलरों (real estate dealers) ने कथित तौर पर एक व्यक्ति से 2 करोड़ रुपये में एक संपत्ति खरीदी और कुछ ही मिनट के बाद ट्रस्ट को 18.5 करोड़ रु में बेच दिया.

डील के लिए भाजपा और आरएसएस जिम्मेदार

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने कहा, ' पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि मंदिर की भूमि के कथित धोखाधड़ी सौदे (fraud deal) के लिए भाजपा और आरएसएस के लोग जिम्मेदार हैं. यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. जब यह घोटाला और इसके तथ्य सामने आए, तो हमारी मांग है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पूरे मामले का संज्ञान लें और इसकी जांच की जाए.

रणदीप सिंह सुरजेवाला का बयान

सार्वजनिक हो ऑडिट रिपोर्ट

उन्होंने आगे कहा, 'सुप्रीम कोर्ट को मंदिर निर्माण के लिए दान (donation for temple ) के रूप में प्राप्त सभी राशि और व्यय का ऑडिट करना चाहिए और साथ ही उस दान से खरीदी गई सभी भूमि के मूल्य का आकलन करना चाहिए और उस ऑडिट रिपोर्ट को भक्तों के सामने सार्वजनिक करें.

हालांकि सुरजेवाला ने इस बात से इनकार कर दिया कि राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण रुकना नहीं चाहिए, बल्कि आरोपों की जांच होनी चाहिए.

लोगों की आस्था का अपमान

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'करोड़ों लोगों ने अपनी आस्था और भक्ति (faith and devotion) के कारण प्रसाद चढ़ाया. उस दान का दुरुपयोग अधर्म, पाप और लोगों की आस्था का अपमान है.

पढ़ें - Ram Mandir Scam: चंपत राय का पलटवार, बोले- आरोप भ्रामक और राजनीति से प्रेरित

वहीं, ट्रस्ट सचिव (Trust secretary) चंपत राय (Champat Rai) ने कहा है कि सहमति पत्र के आधार पर भूमि की खरीदारी की जा रही है. उसी के अनुसार संपूर्ण मूल्य विक्रेता के खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित किया जाता है. उन्होंने कहा कि जिस भूखंड को लेकर बयानबाजी की जा रही है, वह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी भी जमीन क्रय की है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी गई हैं.

Last Updated : Jun 14, 2021, 5:28 PM IST
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