नई दिल्ली : कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंगलवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में एफआईआर को खारिज करने से इनकार कर दिया था. आज कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा हाईकमान की चुप्पी पर सवाल उठाया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीएम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'कर्नाटक और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं. इसके बावजूद भाजपा का शीर्ष नेतृत्व चुप है. पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह चुप्पी साधे हुए हैं.
662 करोड़ रुपये के अपार्टमेंट प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार को लेकर ठेकेदारों के टेप रिकॉर्डिंग्स और वाट्सएप संदेश शेयर करते हुए कांग्रेस ने येदियुरप्पा से मुख्यमंत्री पद से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की.
सिंघवी ने आगे आरोप लगाया कि आप अब खेल को समझ सकते हैं, जिसे येदियुरप्पा, भाजपा और राज्य सरकार खेल रहे हैं.
मंगलवार को उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि लोकायुक्त पुलिस और राज्य तंत्र कैसे और क्यों एक व्यक्ति को जांच के दायरे में नहीं आने देता है, जो 2015 की शुरुआत से लेकर 2019 के अंत तक पांच वर्षों तक जांच आगे नहीं बढ़ सकी.
कोर्ट ने कहा कि इन परिस्थितियों से स्पष्ट रूप से संकेत मिलता है कि देरी जानबूझकर की गई है, हालांकि इस मोड़ पर यह नहीं कहा जा सकता है कि लोकायुक्त पुलिस ने मुख्यमंत्री के दबाव में यह किया है.
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येदियुरप्पा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ शर्म करो, कुछ राजनीतिक शर्म करो और अपने मुख्यमंत्री को एक विशेष संवैधानिक चाप देकर धोखे की राजनीति का अभ्यास न करें, पूरे देश को इंतजार है. प्रधानमंत्री अपने राजधर्म का पालन करें. जब तक आप तक कोई कार्रवाई नहीं करेंगे, कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, हम इसके बारे में आपको याद दिलाते रहेंगे.