बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस ने कावेरी नदी पर मेकेदातू परियोजना (Mekedatu project) को लागू करने की मांग करते हुए मेकेदातू से बेंगलुरु तक अपनी पदयात्रा (Padyatra from Mekedatu to Bangalore) पर कोविड-19 पाबंदियों के बावजूद आगे बढ़ने का फैसला किया है.
राज्य सरकार की ओर से घोषित किये गये कोविड निषिद्ध उपायों को कांग्रेस की पदयात्रा को 'रोकने' की 'साजिश' करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए वे अपने कार्यक्रम पर आगे बढ़ेंगे.
मेकेदातू परियोजना (Mekedatu project) को लागू करने की मांग को लेकर मेकेदातू से बेंगलुरु तक कांग्रेस की पदयात्रा नौ जनवरी से 19 जनवरी तक चलेगी. इस दौरान 100 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. बता दें, पड़ोसी राज्य तमिलनाडु परियोजना का विरोध कर रहा है.
सिद्धरमैया ने यहां कहा, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा की गयी और आम सहमति दी थी कि मेकेदातू पेयजल परियोजना को लागू करने की मांग को लेकर की जाने वाली इस पदयात्रा की दिशा में आगे बढ़ा जाए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि राज्य की भाजपा सरकार पदयात्रा रोकना चाहती है और इसी मंशा से उसने मंगलवार को कुछ कोविड पाबंदियां वाला आदेश जारी किया.
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जब उनसे कोविड के मामले तीव्रगति से बढ़ने के बावजूद पदयात्रा निकालने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, क्या (नियम एवं दिशा-निर्देश) केवल कांग्रेस पार्टी पर लागू होता है, भाजपा पर नहीं. क्यों प्रधानमंत्री आज पंजाब गये? क्यों मुख्यमंत्री आज नागमंगला गये? क्या यह उनपर लागू नहीं होता है. वे सरकार चला रहे हैं. उनकी जिम्मेदारी विपक्ष से अधिक है.