नई दिल्ली : राजस्थान राज्य मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल के बाद कांग्रेस पार्टी राज्य में एक नए कार्यकारी निकाय की नियुक्ति के लिए तैयार है. मंगलवार को राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख गोविंद डोटासरा ने कहा कि यह एक छोटी समिति होगी और राज्य इकाई में युवा और बुजुर्गों के बीच समन्वय होगा.
डोटासरा ने संवाददाताओं से कहा कि हम 31 दिसंबर तक राजस्थान कांग्रेस की नई राज्य कार्यकारिणी के लिए अपनी सिफारिशें पार्टी प्रभारी अजय माकन को भेज देंगे. इस समिति में युवा और दिग्गज नेताओं के बीच समन्वय होगा, लेकिन यह एक छोटी समिति होगी. इस पर हमें प्रतिक्रिया मिल रही हैं, इसके बाद समिति का गठन किया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि अजय माकन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की है. हम पिछले 3-4 महीनों से इसको लेकर चर्चा कर रहे हैं. यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ भी इस मामले पर चर्चा की गई है. मुझे विश्वास है कि हम बहुत जल्द पार्टी नेतृत्व को अपना प्रस्ताव भेजेंगे.
दिल्ली में भी समिति के गठन के लिए कई दौर की चर्चा हुई है. राजनीतिक नियुक्तियों के लिए तैयार की गई सूची कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी जाएगी. सचिन पायलट समिति में शामिल हो सकते हैं, जिन्हें गहलोत और पायलट के बीच राजनीतिक उथल-पुथल के बाद दरकिनार कर दिया गया था.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने जुलाई में सभी कार्य समितियों और विभागों को भंग कर दिया था. सचिन पायलट को पीसीसी चीफ के पद से बर्खास्त कर दिया गया था और उनकी जगह पर डोटासरा को पीसीसी चीफ नियुक्त किया गया था.
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डोटासरा ने इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी पर भी हमला बोला, जिन्होंने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी किसानों को अपने राजनीतिक लाभ के लिए उकसा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कैलाश चौधरी से यह पूछना चाहिए कि उन पर कितने मामले दर्ज हैं. भाजपा लोगों को उकसाती है, कांग्रेस नहीं. पिछले 34 दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं, अगर हम लोगों को उकसा रहे थे तो यह पहले ही हो सकता था. कांग्रेस किसानों के सम्मान की रक्षा के लिए उनके साथ खड़ी है.
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि कैलाश चौधरी भी एक किसान के बेटे हैं. शिरोमणि अकाली दल और हनुमान बेनीवाल की तरह उन्हें भी अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और किसानों के कल्याण के लिए और अपनी खुद की राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए भाजपा से अलग हो जाना चाहिए.
किसानों के विरोध के समर्थन में डोटासरा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस ने किसानों से बात करने के लिए किसान संवाद शुरू किया है. राजस्थान के कई किसान भी विरोध में शामिल होने के लिए तैयार हैं.