उदयपुर. राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उदयपुर दौरे पर पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुभाषिनी यादव ने राष्ट्रपति पद को लेकर अमर्यादित बयान दिया है. उदयपुर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान महिला आरक्षण बिल को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सुभाषिनी ने राष्ट्रपति पद को लेकर अशोभनीय शब्दों का उपयोग किया. हालांकि, मीडिया के सवालों पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि देश में महिला राष्ट्रपति हैं, उनका पूरा सम्मान होना चाहिए.
राष्ट्रीय प्रवक्ता सुभाषिनी यादव ने महिला आरक्षण बिल को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आरक्षण की एक भूमिका है, आरक्षण की जरूरत है. वे कहते हैं कि देश में ट्राइबल महिला राष्ट्रपति दिया है, लेकिन उन्हें सम्मान नहीं दिया जाता. उन्होंने कहा कि देश की संसद का गृह प्रवेश हो रहा था. ऐसे मौके पर दलित, आदिवासी समाज की महिलाएं, देश की राष्ट्रपति के साथ ही पार्लियामेंट में योगदान देने वाली पूर्व स्पीकर मीरा कुमार, सुमित्रा महाजन, उमा भारती जैसे लोगों को बुलाना चाहिए था, लेकिन इन्हें नजर अंदाज किया गया. ऐसा इसलिए क्योंकि उनको प्रमोशन इवेंट बनाना था, इसलिए फिल्म स्टार को बुलाया गया ताकि उनकी फिल्मों का प्रमोशन हो सके.
इसे भी पढ़ें - Adhir Ranjan Chowdhury : कांग्रेस के 'अधीर' का विवादों से नाता, बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले नेता सोनिया-राहुल के हैं खास
राष्ट्रपति का किया अपमानः उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आरएसएस-बीजेपी में किसने महिला को आगे लाने का काम किया है. सुभाषिनी यादव ने कहा कि महिला राष्ट्रपति बना दिया, लेकिन उन्हें बुलाने में आपत्ति है. उनको संसद में नहीं बुलाकर अपमान किया गया, ये अपमान देश नहीं भूलेगा. उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या हम महिला सुरक्षा कर पा रहे हैं, जो भेदभाव हो रहा है क्या वो नहीं दिखाई दे रहा है. बाद में मीडिया के सवालों पर सुभाषिनी यादव ने कहा कि देश में महिला राष्ट्रपति हैं, उनका पूरा सम्मान होना चाहिए.
राजस्थान में बनेगी दोबारा सरकारः राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार वापसी करेगी. वहीं उन्होंने मणिपुर के मुद्दे को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला किया.