नई दिल्ली : कांग्रेस ने 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 66 एआईसीसी पर्यवेक्षकों की घोषणा की है. इसका उद्देश्य मुकाबलों पर पैनी नजर रखी जा सके. इस बारे में एआईसीसी सचिव और कर्नाटक के प्रभारी अभिषेक दत्त ने बताया कि ये एआईसीसी पर्यवेक्षक वरिष्ठ नेता, विधायक, सांसद और पूर्व मंत्री हैं, जो अपने चुनाव लड़ने के अनुभव को धरातल पर उतारते रहे हैं. इसके अलावा ये लोग बेहतर समन्वय में मदद करने के अलावा विधानसभा सीटों पर ध्यान केंद्रित करके काम करते हैं.
दत्त ने कहा कि चुनाव वाले राज्यों में एआईसीसी पर्यवेक्षक नियुक्त करने की पार्टी में पुरानी प्रथा है. 66 एआईसीसी पर्यवेक्षकों में पूर्व पीसीसी प्रमुख एन रघुवीरा रेड्डी, मुंबई इकाई के पूर्व प्रमुख संजय निरुपम, सांसद बेनी बेहानन, सांसद कार्ति चिदंबरम और सांसद जोथिमनी सहित पांच वरिष्ठ नेताओं को अकेले राजधानी बेंगलुरु शहर के लिए तैनात किया गया है. बता दें कि बेंगलुरु शहर के अंर्तगत करीब 25 विधानसभा सीटें हैं. इसका मतलब है कि एक पर्यवेक्षक को संभालने के लिए पांच विधानसभा सीटे हैं.
पार्टी के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि शेष 61 पर्यवेक्षकों को जल्द ही उनकी विधानसभा सीटें सौंपी जाएंगी. हालांकि कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं. सूत्रों के मुताबिक चुनाव अभियान के दौरान केंद्रीय नेतृत्व के साथ समन्वय और विधानसभा सीट स्तर पर चुनाव आयोग के साथ शिकायत दर्ज करने जैसे कई काम किए जाने हैं और एआईसीसी के पर्यवेक्षक वहां काम आते हैं, क्योंकि राज्य इकाई प्रभारी ऐसा नहीं कर सकते हैं.
कर्नाटक के वरिष्ठ नेता प्रकाश राठौड़ के अनुसार राज्य इकाई प्रमुख डीके शिवकुमार और वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने पिठले एक महीने में करीब 150 सीटों पर प्रजा ध्वनि नामक अपना जन संपर्क कार्यक्रम पूरा किया है और 10 मई से पहले वृहद स्तर पर निगरानी कर रहे हैं. एआईसीसी पर्यवेक्षकों के बारे में घोषणा पार्टी द्वारा 43 नामों वाले उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी करने से कुछ घंटे पहले की गई. अब तक पार्टी ने 207 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं और वे अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. पार्टी सूत्रों ने कहा कि शेष सीटों की घोषणा किसी भी दिन की जा सकती है.
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता सूरज हेगड़े के मुताबिक, पार्टी मतदाताओं को बोम्मई सरकार की नाकामियों के बारे में बताते हुए उन्हें मुफ्त बिजली, बेरोजगारी भत्ता और महिला भत्ता देने का आश्वासन दे रही है. उन्होंने कहा कि हमारे पास जीतने का एक अच्छा मौका है, हम अपने सभी संसाधनों को चुनाव में लगा रहे हैं. हमारे नेता राहुल गांधी की रविवार को कोलार यात्रा से पार्टी के अभियान को और बढ़ावा मिलेगा. इसी क्रम में अभिषेक दत्त ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से पूरी तरह से कोलार रैली में व्यस्त हूं. एक महत्वपूर्ण चुनाव में इस तरह के फोकस की जरूरत है.
हालांकि यह अनुमान लगाया जा रहा था कि राहुल वरिष्ठ नेताओं के साथ आने वाले चुनावों की समीक्षा कर सकते हैं. इस पर हेगड़े ने कहा कि इसको छोड़ दिया जा सकता है, क्योंकि वरिष्ठ नेता स्थानीय स्तर पर चुनाव प्रबंधन में व्यस्त हैं और विस्तारित बैठकों में समय नहीं दे पाएंगे. उन्होंने कहा कि बेशक, वे राहुलजी की रैली के लिए वहां होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी रैली के लिए आ रहे हैं और राज्य के सभी वरिष्ठ नेता भी आएंगे. हेगड़े के मुताबिक, टिकटों के बंटवारे को लेकर आपसी कलह से जूझ रही बीजेपी की तुलना में कांग्रेस मतदाताओं के सामने एकजुट तस्वीर पेश कर रही है.
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