तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य शशि थरूर ने कहा है कि पार्टी को राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होने के संबंध में निर्णय को अंतिम रूप देने के लिए कुछ और समय चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आस्थावानों की पार्टी है, इसलिए स्टैंड लेने में समय लगता है. लेकिन मंदिर को राजनीतिक स्थल बनाने का समर्थन नहीं कर सकते. बीजेपी की मंशा बिल्कुल साफ है. थरूर अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने या न होने को लेकर कांग्रेस की दुविधा के बारे में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि मंदिर भगवान की पूजा करने का स्थान है. कांग्रेस मंदिर को राजनीतिक मंच बनाने से सहमत नहीं हो सकती. समारोह में शामिल होने के लिए व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाता है और निर्णय उन्हें ही लेना है. उन्हें व्यक्तिगत तौर पर वहां जाने का अधिकार है, लेकिन समय और स्थिति मायने रखती है. शशि थरूर ने कहा कि सीपीआईएम का कोई धार्मिक विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस न तो सीपीएम है और न ही बीजेपी. इसमें आस्तिक भी शामिल हैं. इसलिए निर्णय लेने में समय लगता है.
थरूर, जिन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ असफल रूप से चुनाव लड़ा था, ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में उद्घाटन को राजनीतिक रूप से नहीं देखा जाना चाहिए या इसका दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, जो मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए केंद्र द्वारा स्थापित ट्रस्ट है, ने खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी को उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया है.
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