लखनऊ: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी (Congress leader Pramod Tiwari) ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) के राहुल गांधी पर दिए गए बयान पर कटाक्ष करते हुए उन्हें डिबेट की चुनौती दी है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी को एक केंद्रीय मंत्री ने ज्ञानी बाबा कहा है. मैं उन केंद्रीय मंत्री को यह बता देना चाहता हूं कि ज्ञानी बाबा आपके दाढ़ी बाबा से कहीं ज्यादा ज्ञान रखते हैं. वह सबकी सलाह के बाद ही अपना ज्ञान देने सामने आते हैं, बिना किसी सलाह के लिए दाढ़ी बाबा की तरह अपना ज्ञान नहीं देते हैं.
वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री ने एक बयान दिया है जो शोभा नहीं देता है. उन्होंने राहुल गांधी जो हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं, कहा है कि ज्ञानी बाबा सलाह दे रहे हैं. ज्ञानी बाबा जब भी सलाह देते हैं वह लोगों से बात करके, वैज्ञानिकों से बात करके, उन लोगों से बात करके जो चिकित्सक हैं, तब सलाह देते हैं. आपके दाढ़ी बाबा की तरह नहीं है जो वैज्ञानिकों की सलाह भी न मानें, डॉक्टरों की सलाह भी न मानें, अर्थशास्त्रियों की सलाह भी ना मानें.
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स्मृति ईरानी को दिया चैलेंज
प्रमोद तिवारी ने कहा कि बैठ जाइए डिबेट पर मेरे साथ सामने, चुनौती देता हूं आपको. क्या राहुल गांधी ने मना नहीं किया था नोटबंदी के लिए अर्थशास्त्रियों और वैज्ञानिकों से सलाह मशविरा करके. दाढ़ी बाबा ने आज देश को कहां पहुंचा दिया. अपनी ऑक्सीजन, अपनी दवाएं, अपनी वैक्सीन आपने 82 फीसद लुटा दिया. साढ़े नौ हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन विदेशों को दे दी और यहां कि मां, औलाद अपने बाप को मरते देख रही थीं, पति को मरते देख रही थीं, मरते हुए पति के मुंह में सांस छोड़ने का प्रयास कर रही थीं. मैं जानता हूं लाखों लोगों ने इस बीमारी के कारण कितनी यातनाएं झेलीं और कितने लोग मर गए.
स्मृति ईरानी को प्रयागराज आने का न्योता
वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक दिन प्रयागराज चली आइए, जहां संगम में आपने डुबकी लगाई थी. उसी गंगा में दो हजार से ज्यादा तैरती हुई लाशें मिलीं. यह दोबारा न हो इसलिए सलाह दी. उसी गंगा से रेत के किनारे लाशें निकल रही हैं उन्हें कुत्ते चील नोच कर खा रहे हैं. ऐसे समय पर विपक्ष अगर राय दे रहा है तो जरा बताइए इसमें कौन सा गलत कर रहा है. आप तो बहुत पढ़ी- लिखी हैं. अगर नहीं तो कम से कम कटाक्ष करना छोड़ दीजिए. यह जले पर नमक है. उन लाखों लोगों की जो आपके दाढ़ी बाबा की सरकार की गलत नीतियों के कारण मौत के मुंह में समा गए.