नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने पार्टी से इस्तीफा (ashwani kumar resigns) दे दिया है. सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफे (ashwani kumar letter to sonia gandhi) में उन्होंने कहा है कि वर्तमान परिस्थिति में अब काम करना संभव नहीं है. मैं 49 साल तक पार्टी से जुड़ा रहा. अब मैं पार्टी छोड़ रहा हूं.
पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अश्विनी कुमार ने कहा कि कांग्रेस अब वह पार्टी नहीं है जो पहले थी. हमारे पास एक प्रेरक नेतृत्व नहीं है. मैंने न तो राजनीति छोड़ी है और न ही सार्वजनिक सेवा से संन्यास लिया है. मैं राष्ट्र के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करना जारी रखूंगा. कांग्रेस छोड़ने का फैसला दर्द भरा रहा है.
आत्मसम्मान से समझौता नहीं
उनका कहना है कि आज जिस तरह से कांग्रेस की आंतरिक प्रक्रियाएं चल रही हैं, उसमें मैं अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकता था. मुझे लगा कि पार्टी की इस उदासीनता का भार उठाने के लिए मेरे कंधे मजबूत नहीं हैं, इसलिए मैंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया.
बता दें पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार इस्तीफे (Former Union Law Minister Ashwani Kumar resigns) से पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर काफी मुखर रहे हैं. उन्होंने कहा था राहुल गांधी पर दायित्व है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालें और नेतृत्व के मुद्दे पर जारी अनिश्चितता को दूर करें. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव टाले जाने पर कहा था कि पार्टी के पास इतना समय नहीं है . अगर राहुल गांधी अध्यक्ष पद स्वीकार नहीं करते हैं तो पार्टी में आम सहमित से नेता का चुनाव होना चाहिए.
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अश्विनी कुमार यूपीए -2 के दौरान भारत सरकार में कानून मंत्री और संसदीय कार्यमंत्री रह चुके हैं. वह राज्यसभा में पंजाब से चुने जाते रहे. कोलगेट मामले की ड्राफ्ट रिपोर्ट बदलने के आरोपों से घिरे अश्वनी कुमार को यूपीए-2 के दौरान इस्तीफा देना पड़ा था.