रूपनगर (पंजाब): आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास और लांबा के खिलाफ 12 अप्रैल को रूपनगर कस्बे के सदर थाने में मामला दर्ज हुआ था. विश्वास ने केजरीवाल पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था. इस पर पुलिस ने कहा था कि इस मामले में पूछताछ के लिए लांबा को तलब किया गया है क्योंकि उन्होंने केजरीवाल के विरुद्ध विश्वास के बयान का समर्थन किया था.
कांग्रेस के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष की अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रूपनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के कार्यालय के बाहर धरना दिया और भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वडिंग के अलावा पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा, विधायक सुखजिंदर रंधावा, राजकुमार चब्बेवाल, पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, बलबीर सिद्धू, गुरकीरत कोटली और पंजाब युवा कांग्रेस प्रमुख बिरेन्दर ढिल्लों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता लांबा के साथ पुलिस के समक्ष पेश होने के लिए रूपनगर पहुंचे.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वडिंग ने पंजाब में सत्तारूढ़ आप सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह राजनीतिक प्रतिशोध के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही है. वडिंग ने कहा कि हम अपनी बहन (लांबा) के खिलाफ किसी भी तरह के अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके अलावा पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अलग से लांबा के समर्थन में रूपनगर पहुंचे. उन्होंने रूपनगर एसएसपी कार्यालय के बाहर पत्रकारों से कहा कि आम आदमी पार्टी अलका लांबा को डराने की कोशिश कर रही है. पंजाब के लोग हमेशा अपनी बेटियों और बहनों के साथ खड़े रहे हैं. हम सभी उनके साथ खड़े हैं.
लांबा ने पत्रकारों से बात करते हुए मान के नेतृत्व वाली सरकार पर उन्हें तलब करने के लिए उनके घर पुलिस भेजने का आरोप लगाया. उन्होंने आप सरकार पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के विरुद्ध पुलिस का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. बता दें कि रूपनगर एसएसपी कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. पंजाब पुलिस केजरीवाल के विरुद्ध भड़काऊ बयान को लेकर दर्ज मामले के संबंध में 20 अप्रैल को लांबा और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास के घर गई थी. पुलिस ने पहले लांबा को 26 अप्रैल को तलब किया था लेकिन बाद में उन्हें 27 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा गया.