रायपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन को चंद घंटे ही शेष हैं. देश के अन्य राज्यों से भी नेताओं का छत्तीसगढ़ आना शुरू हो गया है. ऐसे में सभी के मन में यही सवाल उठ रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में आखिर 3 दिनों तक क्या होगा. किस तरह की चीजें इस अधिवेशन में देखने को मिलेंगी. क्या इस महाधिवेशन से पार्टी सहित देश की दशा और दिशा तय होगी. इसका आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा. इन सारे सवालों के जवाब के लिए ईटीवी भारत संवाददाता प्रवीण कुमार सिंह ने छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से खास बातचीत की. जानिए उन्होंने इस अधिवेशन को लेकर क्या कहा.
सवाल : कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में 3 दिन (24 से लेकर 26 तक) क्या-क्या कार्यक्रम होने वाले हैं?
जवाब : महाधिवेशन 24 फरवरी, 25 और 26 फरवरी को है. शेड्यूल प्रोग्राम ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का फाइनल जारी नहीं किया गया है. बन गया है लेकिन डिक्लेअर नहीं किया गया है. 24 तारीख को शुरुआत में राष्ट्रीय अध्यक्ष झंडा वंदन करेंगे. उसके बाद फिर कमेटियों की मीटिंग होगी. 25 तारीख को पीसीसी डेलीगेट, स्पेशल इनवाइटी जो होते हैं जिला कांग्रेस, ब्लॉक, इनके साथ मीटिंग होगी और जो अलग-अलग सब कमेटियां बनी है उसकी मीटिंग होगी. फिर 26 तारीख को सारा प्रस्ताव पारित होगा. इसके बाद 26 को ही अलग से जोरा ग्राउंड में आम सभा का आयोजन किया गया है.
सवाल : अधिवेशन में आने वाले नेताओं पदाधिकारियों की सुरक्षा की क्या व्यवस्था है ?
जवाब : इन नेताओं की सुरक्षा के लिए जो जो कैटेगरी निर्धारित है उसके अनुसार से उनका ठहरने, गाड़ी में चलने और उनकी सुरक्षा व्यवस्था की पूरी तैयारी उनकी श्रेणी के हिसाब से कर ली गई है. उसमें कहीं कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. पूरे अधिवेशन के दौरान करीब 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. पहले 1500 पुलिसकर्मियों को तैनात करने की योजना बनाई गई थी. लेकिन समारोह में शामिल होने वाली संख्या के आधार पर अब संख्या बढ़ाई जा रही है.
सवाल : कहा जाता है कि इस महाधिवेशन में देश प्रदेश सहित पार्टी की दिशा और दशा तय की जाएगी?
जवाब : इसमें व्यापक चर्चा होती है, रणनीति तय होती है. जो हमारी 6 सब कमेटी है वह अलग-अलग विदेश नीति पर, आर्थिक नीति पर अपनी राजनीति के दृष्टिकोण से ऐसे अलग सब कमेटियां चर्चा करती हैं. उसमें 10-15, 20 मेंबर होते है. बड़े-बड़े सीनियर लोग होते हैं. वह सब सारी चर्चाएं जब हो जाती हैं, तो प्रस्ताव पारित होता है. उसमें निश्चित तौर पर कांग्रेस की भी, देश की भी, विदेश नीति की भी सारी सारी चर्चाएं होती हैं. निश्चित तौर पर इससे दिशा और दशा तय होती है.
सवाल : अधिवेशन के पहले विपक्ष का हमला तेज हो गया है. आंदोलन, धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. यह सभी आप के राष्ट्रीय नेताओं का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश है?
जवाब : इससे कुछ नहीं होता है. कांग्रेस कांग्रेस है.कांग्रेस की जड़ें आजादी के पहले से मजबूत हैं. आज तक मजबूत हैं कांग्रेस की जड़. विपक्षियों और भाजपा वालों के चिल्लाने से, ईडी की कार्रवाई करने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. कांग्रेस पूरी मजबूती से इस सम्मेलन को करेगी और बहुत अच्छे से करेगी.
सवाल : आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?
जवाब : प्रभाव तो पड़ेगा ही. अच्छा काम होगा. बड़े नेता आते हैं उनकी बातें कार्यकर्ता सुनते हैं, मन में कोई बात रहता है, तो वह दूर होता है. विधानसभा लोकसभा चुनाव में निश्चित तौर पर इसका व्यापक असर पड़ता है और पड़ेगा ही. हम लोग अभी 70-71 हैं उसमें ज्यादा सीटें और प्लस करके जीतेंगे. लोकसभा भी 11 जीतेंगे ऐसा पूरा विश्वास है.