श्रीनगर : कोविड-19 महामारी फैलने के बाद 16 महीने के अंतराल पर शुक्रवार को श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद ( Srinagar's Jamia Masjid) में नियमों का पालन करते हुए सामूहिक नमाज अदा की गई.
अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किए गए कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच नमाजी 16वीं सदी की मस्जिद में पहुंचे.
उन्होंने बताया कि इलाके में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था. नौहट्टा में स्थित इस मस्जिद के परिसर के बाहर पिछले साल एक संदिग्ध आईईडी विस्फोट हुआ था, जिसके बाद पहली बार मस्जिद में सामूहिक रूप से नमाज अदा की गई है.
अधिकारियों ने कहा कि कुछ दर्जन महिलाओं ने मस्जिद में उनके लिए चिह्नित एक स्थान पर नमाज अदा की.
ऐतिहासिक मस्जिद का प्रबंधन देखने वाले अंजुमन औकाफ ने पहले घोषणा की थी कि कोविड-19 के मामले कम हो गए हैं और जम्मू-कश्मीर की सभी केंद्रीय मस्जिदों, खानकाहों, तीर्थस्थलों और इमामबाड़ों में नमाज अदा की जा रही है. लिहाजा, इस सप्ताह मस्जिद में जुमे की नमाज अदा की जाएगी.
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अंजुमन औकाफ ने यह स्पष्ट कर दिया था कि नमाजियों को चिकित्सा विशेषज्ञों के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा और जुमा व अन्य दैनिक नमाजों के दौरान कोविड मानक संचालन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा.
पांच अगस्त 2019 को केन्द्र सरकार ने अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त कर जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस ले लिया था, जिसके बाद सोलहवीं सदी की मस्जिद में 20 दिसंबर, 2019 को पहली बार जुमे की नमाज हुई थी.
(पीटीआई भाषा)