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UP Election 2022: कांग्रेस ने अखिलेश और शिवपाल को दिया वॉकओवर, निभाई परंपरा

कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव को वॉकओवर दे दिया है. कांग्रेस ने मैनपुरी की करहल विधानसभा से अपनी प्रत्याशी का नामांकन नहीं कराया है. वहीं, शिवपाल यादव के सामने अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.

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कांग्रेस ने अखिलेश और शिवपाल को दिया वॉकओवर
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Published : Feb 1, 2022, 9:52 PM IST

लखनऊ: भले ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Election 2022) में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन न हुआ हो, लेकिन दोनों पार्टियां एक-दूसरे का साथ जरूर निभा रही हैं. कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ अपनी पुरानी परंपरा को बरकरार रखा है.

समाजवादी पार्टी जहां रायबरेली से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और अमेठी से पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारती थी. अब इसी परंपरा को कांग्रेस पार्टी ने आगे बढ़ाते हुए मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने अपने अपने प्रत्याशी का नामांकन नहीं कराया है. वहीं, इसी तरह जसवंत नगर विधानसभा सीट से प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के सामने भी कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी नहीं उतारेगी.

गौरतलब है कि करहल विधानसभा से जब तक अखिलेश यादव ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला नहीं लिया था तो कांग्रेस ने यहां से ज्ञानवती यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था. लेकिन जब अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए करहल सीट को चुना तो कांग्रेस ने अखिलेश को वॉकओवर देने का फैसला लिया.

कांग्रेस मंगलवार को पार्टी की तरफ से प्रत्याशी ज्ञानमती यादव को नामांकन से रोक दिया. ऐसे में अब यह तय है कि अखिलेश यादव को इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने भी समर्थन दे दिया है. इसके अलावा इटावा की जसवंत नगर विधानसभा सीट से अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. यहां से शिवपाल सिंह यादव चुनाव मैदान में है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने बताया कि जसवंतनगर से पार्टी शिवपाल सिंह यादव के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी.

कांग्रेस पार्टी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव को समर्थन देकर कहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के लिए तो यह दांव नहीं चला है. ऐसे में कयास लगने लगे हैं कि रायबरेली से कभी कांग्रेस की विधायक रहीं अदिति सिंह ने प्रियंका गांधी को यहां से चुनाव लड़ने का जो चैलेंज किया तो कहीं प्रियंका इस चैलेंज को स्वीकार तो नहीं कर लिया है.

लोकदल ने दिया अखिलेश यादव को समर्थन, हटाया प्रत्याशी

उधर, लोकदल अध्यक्ष (LOKDAL PRESIDENT ) चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव लोकदल के पुराने नेता रहे हैं. इसके चलते लोकदल ने करहल विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव को समर्थन देने का फैसला किया (SUNIL SINGH ANNOUNCES SUPPORT TO AKHILESH YADAV). उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव लोकदल के साथ हमेशा रहे हैं. यह उनका पुराना दल रहा है.
चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को धूल चटाने के लिए हम साथ में हैं. इससे पहले भी इसी परंपरा के तहत जसवंत नगर सीट पर शिवपाल सिंह यादव को लोकदल ने अपना समर्थन दिया था. हम चौधरी चरण सिंह की विचारधारा के अनुयायी हैं. ऐसे में उनके परिवारों से भी भविष्य में कोई चुनाव लड़ेगा, तो लोकदल उनके खिलाफ भी प्रत्याशी नहीं उतारेगा.

इसे भी पढ़ें-यूपी विधानसभा चुनाव 2022: प्रदेश की राजनीति में बढ़ रही है क्षेत्रीय दलों की भूमिका, जानिए क्यों?

लखनऊ: भले ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Election 2022) में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन न हुआ हो, लेकिन दोनों पार्टियां एक-दूसरे का साथ जरूर निभा रही हैं. कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ अपनी पुरानी परंपरा को बरकरार रखा है.

समाजवादी पार्टी जहां रायबरेली से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और अमेठी से पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारती थी. अब इसी परंपरा को कांग्रेस पार्टी ने आगे बढ़ाते हुए मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने अपने अपने प्रत्याशी का नामांकन नहीं कराया है. वहीं, इसी तरह जसवंत नगर विधानसभा सीट से प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के सामने भी कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी नहीं उतारेगी.

गौरतलब है कि करहल विधानसभा से जब तक अखिलेश यादव ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला नहीं लिया था तो कांग्रेस ने यहां से ज्ञानवती यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था. लेकिन जब अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए करहल सीट को चुना तो कांग्रेस ने अखिलेश को वॉकओवर देने का फैसला लिया.

कांग्रेस मंगलवार को पार्टी की तरफ से प्रत्याशी ज्ञानमती यादव को नामांकन से रोक दिया. ऐसे में अब यह तय है कि अखिलेश यादव को इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने भी समर्थन दे दिया है. इसके अलावा इटावा की जसवंत नगर विधानसभा सीट से अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. यहां से शिवपाल सिंह यादव चुनाव मैदान में है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने बताया कि जसवंतनगर से पार्टी शिवपाल सिंह यादव के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी.

कांग्रेस पार्टी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव को समर्थन देकर कहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के लिए तो यह दांव नहीं चला है. ऐसे में कयास लगने लगे हैं कि रायबरेली से कभी कांग्रेस की विधायक रहीं अदिति सिंह ने प्रियंका गांधी को यहां से चुनाव लड़ने का जो चैलेंज किया तो कहीं प्रियंका इस चैलेंज को स्वीकार तो नहीं कर लिया है.

लोकदल ने दिया अखिलेश यादव को समर्थन, हटाया प्रत्याशी

उधर, लोकदल अध्यक्ष (LOKDAL PRESIDENT ) चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव लोकदल के पुराने नेता रहे हैं. इसके चलते लोकदल ने करहल विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव को समर्थन देने का फैसला किया (SUNIL SINGH ANNOUNCES SUPPORT TO AKHILESH YADAV). उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव लोकदल के साथ हमेशा रहे हैं. यह उनका पुराना दल रहा है.
चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को धूल चटाने के लिए हम साथ में हैं. इससे पहले भी इसी परंपरा के तहत जसवंत नगर सीट पर शिवपाल सिंह यादव को लोकदल ने अपना समर्थन दिया था. हम चौधरी चरण सिंह की विचारधारा के अनुयायी हैं. ऐसे में उनके परिवारों से भी भविष्य में कोई चुनाव लड़ेगा, तो लोकदल उनके खिलाफ भी प्रत्याशी नहीं उतारेगा.

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