श्रीनगर: लंबे समय से पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteo-arthritis) के कारण रोगी के घुटने खराब हो गए थे. अंतःक्रियात्मक रूप से प्रोफेसर डॉ. ए.आर. बुडू और सहायक प्रोफेसर डॉ ज़मीर अली के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने घुटने को सामान्य बनाने के लिए घुटने के कट और अस्थिबंधन को संतुलित कर दिया. इस मरीज ने AB-PMJAY SEHAT (आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के तहत अपने इलाज का लाभ उठाया.
सर्जरी करने में डॉक्टरों की टीम को लगभग 3 घंटे का समय लगा. ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत ठीक है. डॉक्टरों ने वॉकर की मदद से मरीज को चलने के लिए कहा और उसे चला कर भी देखा. ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की टीम को डॉ. गुलजार अहमद और डॉ. जहांगीर अहमद की एनेस्थीसिया टीम का सहयोग मिला. जम्मु एवं कश्मीर केद्र शासित प्रदेश में घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी केवल उत्तरी कश्मीर के जीएमसी बारामूला में ही की जाती है. विभाग सालाना लगभग 70 प्रमुख रीढ़ की सर्जरी और 40 संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जरी करता है.
घुटनों के जोड़ बदलने की सर्जरी (घुटनों की अर्त्रोप्लास्टी) क्या है?
घुटने की समस्या और उससे होने वाले असहनीय दर्द की चिकित्सा हेतू किए जाने वाली शल्यचिकित्सा (सर्जरी) को घुटनों की अर्त्रोप्लास्टी (Knee Arthroplasty) या घुटनों को बदलने की सर्जरी (Knee Replacement Surgery) कहा जाता है. अर्त्रोप्लास्टी का अर्थ है “जोड़ों की शल्यचिकित्सा” इसलिए, Knee Replacement Surgery है घुटने के जोड़ों की शल्यचिकित्सा. Knee Replacement Surgery में खराब जोड़ों (जिन जोड़ों में परेशानी है) को एक कृत्रिम धातु के जोड़ों (Artificial Metallic Joint) के साथ बदला जाता है.
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