देहरादून : उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सितंबर तक विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है. इस बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष समेत शासकीय प्रवक्ता भी यह बात कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री चुनाव लड़ने जा रहे हैं. लेकिन इन बयानों के बीच मुख्यमंत्री ने ये कहकर सबको चौंका दिया कि अभी हाईकमान यह तय करेगा कि उन्हें चुनाव लड़ना है या नहीं. सीएम तीरथ के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक कयासबाजी शुरू हो गई है.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के संवैधानिक नियमों के तहत चुनाव न लड़ पाने को लेकर विपक्ष कई तरह के बयान जारी कर रहा है. बीजेपी सरकार और संगठन की तरफ से भी इन बयानों का पटाक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री की ओर से चुनाव लड़ने की बात कही गई है. लेकिन तीरथ सिंह रावत ने यह कहकर सबको हैरान कर दिया है कि उनका चुनाव लड़ने का फैसला हाईकमान करेगा. सीएम तीरथ सिंह रावत के इस बयान से यह जाहिर हो गया है कि अभी पार्टी ने तीरथ सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की है. शायद इसलिए अब तीरथ सिंह रावत अपने चुनाव को लेकर आश्वस्त नहीं दिखाई दे रहे हैं.
CM तीरथ ने कांग्रेस पर बोला तीखा हमला
वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत विपक्ष पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान विपक्ष के नेता घरों में बैठे रहे और उनके द्वारा कोई भी काम नहीं किया गया. जबकि सरकार लगातार कामों में जुटी हुई थी.
आम आदमी पार्टी को भी लिया आड़े हाथ
उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में गृह मंत्री यदि सक्रिय न होते तो दिल्ली के हालात और खराब होते. ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने भी संक्रमण के इस दौर में लोगों की मदद करने के हर संभव प्रयास किए हैं.
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