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एमपी : दलित के घर भोजन पर पहुंचे तोमर-शिवराज-सिंधिया, ऐसे हुई माननीयों की आगवानी

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिस दलित के घर भोजन किया था, उसी के परिवार की समस्या पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी. दलित युवक के घर जाने वाली सड़क का निर्माण रातों-रात कराया गया. बताया जा रहा है भोजन आदि की व्यवस्था के लिए हलवाई बुलाया गया था.

एमपी सीएम का दलित के घर भोज
एमपी सीएम का दलित के घर भोज
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Published : Feb 8, 2021, 7:59 AM IST

ग्वालियर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को अपने ग्वालियर प्रवास के दौरान एक दलित युवक रामसेवक चिंडारिया के घर भोजन करने पहुंचे थे. उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे. इस दौरान सीएम ने रामसेवक के घर बने भोजन की तारीफ की और कहा कि भोजन स्वादिष्ट होने के साथ ही उसमें प्रेम भाव था, इसलिए वे रामसेवक की आवभगत से अभिभूत हैं.

रातों-रात जुटाई गई सुविधाएं.

युवक रामसेवक चिंडारिया के घर मुख्यमंत्री के भोजन करने का कार्यक्रम तय था, जिसके पहले ही युवक के घर नगर निगम के अधिकारी, पुलिस और प्रशासन के लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था. सीएम अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा देर से पहुंचे, जहां उन्होंने मंत्री नरेंद्र तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भोजन किया.

आगमन से पूर्व हुई सड़क का निर्माण.
आगमन से पूर्व हुआ सड़क का निर्माण.

समस्या में सफाईकर्मी का रिस्तेदार

पिछले 6 सालों से नगर निगम की सेवा से सस्पेंड चल रहे रामसेवक के चाचा ने कहा कि वे सीएम से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहते थे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें घर के अंदर नहीं जाने दिया. उसने भीड़ में केवल ज्ञापन दिया.

पढ़ें- पीएम मोदी का तंज- बंगाल को आस थी 'ममता' की, मिली निर्ममता

खाना बनाने के लिए लगाया गया था हलवाई

सीएम ने भले ही दलित के घर भोजन करने का दावा किया था, लेकिन वहां की इंतजाम को देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि दलित परिवार के हाथों का बना खाना खाया है. वहां नगर निगम की ओर से एक हलवाई लगाया गया था. 2 दिन के भीतर ही रामसेवक चिंडारिया के घर की गली में सड़क निर्माण और आसपास के मकानों की पुताई भी जिला प्रशासन द्वारा कराई गई थी.

ग्वालियर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को अपने ग्वालियर प्रवास के दौरान एक दलित युवक रामसेवक चिंडारिया के घर भोजन करने पहुंचे थे. उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे. इस दौरान सीएम ने रामसेवक के घर बने भोजन की तारीफ की और कहा कि भोजन स्वादिष्ट होने के साथ ही उसमें प्रेम भाव था, इसलिए वे रामसेवक की आवभगत से अभिभूत हैं.

रातों-रात जुटाई गई सुविधाएं.

युवक रामसेवक चिंडारिया के घर मुख्यमंत्री के भोजन करने का कार्यक्रम तय था, जिसके पहले ही युवक के घर नगर निगम के अधिकारी, पुलिस और प्रशासन के लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था. सीएम अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा देर से पहुंचे, जहां उन्होंने मंत्री नरेंद्र तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भोजन किया.

आगमन से पूर्व हुई सड़क का निर्माण.
आगमन से पूर्व हुआ सड़क का निर्माण.

समस्या में सफाईकर्मी का रिस्तेदार

पिछले 6 सालों से नगर निगम की सेवा से सस्पेंड चल रहे रामसेवक के चाचा ने कहा कि वे सीएम से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहते थे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें घर के अंदर नहीं जाने दिया. उसने भीड़ में केवल ज्ञापन दिया.

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खाना बनाने के लिए लगाया गया था हलवाई

सीएम ने भले ही दलित के घर भोजन करने का दावा किया था, लेकिन वहां की इंतजाम को देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि दलित परिवार के हाथों का बना खाना खाया है. वहां नगर निगम की ओर से एक हलवाई लगाया गया था. 2 दिन के भीतर ही रामसेवक चिंडारिया के घर की गली में सड़क निर्माण और आसपास के मकानों की पुताई भी जिला प्रशासन द्वारा कराई गई थी.

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