भोपाल : कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य शहरी और ग्रामीण स्तर पर पूर्ण कर्फ्यू लगाने की घोषणा की. इस दौरान विधायक स्थिति पर नजर रखेंगे.
उन्होंने 'किल कोरोना-2 अभियान' के वर्चुअल संबोधन में कहा कि प्रदेश में जनता कर्फ्यू लगाया गया है. सभी के सहयोग से अब हम सक्रिय मामलों में बड़े राज्यों में सबसे पीछे हैं. हमारा पॉजिटिविटी रेट लगातार गिरता जा रहा है. यह 25% से घटकर 18.5% तक पहुंच गया है.
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने कहा जिन गांव में पॉजिटिव केस हों, उन में मनरेगा की मजदूरी 15 मई तक बंद कर दी जाए. जहां पॉजिटिव केस नहीं है वहां मनरेगा चल सकती है. दूसरों को सुरक्षित करना है तो पॉजिटिव लोगों को अलग ही रहना पड़ेगा.
सीएम ने कहा कि दर्जनों अस्पताल कोविड का इलाज कर रहे हैं. कई जगह ज्यादा पैसा लेने की शिकायत आई है. जो लूटने का प्रयास कर रहे हैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि इंसानों को लूटने वाला गिद्ध है हम उनको छोड़ेंगे नहीं.
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इससे पहले उत्तराखंड में भी बढ़ते कोरोना प्रभाव के कारण तीरथ सरकार ने 4 जिलों में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की थी. बुधवार देर शाम मुख्यमंत्री तीरथ ने सभी मंत्रियों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया. इसके अलावा सभी निगमों के साथ-साथ कुछ नगर पालिका और नगर पंचायतों में भी कर्फ्यू लगाया जाएगा.
वहीं तीरथ सरकार ने अन्य जिलों में कर्फ्यू का फैसला जिले के जिलाधिकारियों पर छोड़ा है. जिसके बाद कुछ जिलाधिकारियों ने कर्फ्यू की घोषणा कर दी