पटना: बिहार में कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह का मुद्दा सुर्खियों में है तो उसके साथ ही जेडीयू की विधायक बीमा भारती ने अपने ही दल की विधायक और मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीमा भारती का कहना है कि या तो सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) खुद लेसी सिंह का इस्तीफा लें या वो खुद इस्तीफा (JDU MLA Bima Bharti Offers To Resign) दे देंगी. बीमा भारती के बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, लेसी सिंह को जो कुछ भी दिया गया है वो बिल्कुल ठीक है.
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बीमा भारती पर भड़के सीएम नीतीश: सीएम नीतीश कुमार ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने आईजीआईएमएस पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने बीमा भारती पर भड़ास निकालते हुए कहा कि उनको भी दो बार मंत्री बनाए थे. इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए. हमने उन्हें दो बार मौका दिया था. जब वह पढ़ नहीं पा रही थी तो हमने सब सिखाया. सब भूल गयीं हैं. उनकी बातें सुनकर मुझे आश्चर्य हुआ. हमने तो मिलने के लिए भी बुलाया था. मिलने नहीं आईं तो आज हम बयान दे रहे हैं. लेसी सिंह को मंत्री बनाना बिल्कुल सही है. अगर कोई गलत बयान देता है तो पार्टी की तरफ से खूब बढ़िया से पहले समझाया जाएगा फिर पूछताछ की जाएगी. अगर किसी को इधर-उधर जाना है तो अपना सोचे.
''अगर पार्टी से कोई इस तरह का बयान देता है तो पहले समझाया जाएगा और पूछताछ की जाएगी लेकिन अगर किसी को इधर-उधर का मन है तो वो अपना सोचे. मैंने उनको (बीमा भारती) भी 2014 और 2019 में मौका दिया था और इस बार दिया. यह संभव नहीं है कि पार्टी में जितने लोग हैं वो सभी मंत्री बनें. मुझे आश्चर्य हुआ है कि इस तरह से कौन बोलता है?'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
लेसी सिंह कराती हैं हत्याएं- बीमा भारती : दरअसल, बिहार सरकार की पूर्व मंत्री और रुपौली से जेडीयू विधायक बीमा भारती का आरोप है कि मंत्री लेसी सिंह पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहती हैं. मेरी बेटी को पहले हार का सामना करवाया, इसके बाद मुझे भी परेशान करती हैं. उनका आरोप है कि लेसी सिंह के विरोध में जो भी बोलता है, उसकी हत्या करवा देती हैं. इसलिए जल्द से जल्द लेसी सिंह का मंत्री पद से इस्तीफा लेना चाहिए.
''अगर लेसी सिंह इस्तीफा नहीं देंगी तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा. मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो सकी. हम अपनी बात जरूर रखते. किस आधार पर और क्यों मंत्रालय में जगह दी जा रही है. कौन राजपूत आपको वोट देता है. राजपूत है वह.. बनावटी राजपूत है. हमें किसी बात का डर नहीं है. क्या मर्डर करवा देगी. हमसे आमना-सामने करे, फरिया ले. मैं भी विधायक हूं, वह भी विधायक हैं. लोगों को दहशत में रख सकती हैं. बीमा भारती को दहशत में नहीं रख सकती है. मुझे मंत्री बनने का शौक नहीं है. मैं पहले मंत्री थी. काफी अच्छा काम की. उन्हें मंत्री बनाया गया था, मैंने कोई दु:ख प्रकट नहीं किया. नाराजगी सिर्फ लेसी सिंह से है. लेसी सिंह ने पूर्णिया में बड़े-बड़े होटलों का निर्माण कराया है. मैं तो रेंट पर रहती हूं. मैं तो घर भी नहीं बना पायी हूं.'' - बीमा भारती, जेडीयू विधायक
बता दें कि मंगलवार को नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, जिसके तहत 31 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. मंत्रियों के इस लिस्ट में लेसी सिंह का भी नाम शामिल है. लेसी सिंह तीसरी बार मंत्री बनी हैं. उन्हें खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिया गया है. हालांकि अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि लेसी सिंह पर बीमा भारती भड़की हुई हैं?
मंत्री कार्तिक सिंह पर नीतीश कुमार ने झाड़ा पल्ला: वहीं कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह (Law Minister Kartikeya Kumar) को लेकर पूछे गए सवाल से सीएम नीतीश कुमार ने पल्ला झाड़ लिया. उन्होंने कहा कि मामले को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव देख रहे हैं. तेजस्वी ही इस मामले में फैसला लेंगे. वहीं इस मामले में सफाई देते हुए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके पास सिर्फ आरोप लगाने के अलावा कोई काम नहीं रह गया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि 15 अगस्त को जब से 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देने की घोषणा की तब से बीजेपी के लोग असहज हो गए हैं. हम लोग जनता के लिए काम कर रहे हैं. तेजस्वी ने साफ साफ संकेत दे दिया कि इस मामले में कोर्ट के फैसले को ही अंतिम मानेंगे.