हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (CM YS Jagan Mohan Reddy) ने एलान किया है कि राज्य सरकार डॉक्टर एन. भास्कर राव (Dr. N. Bhaskar Rao) के इलाज में लगने वाली 1.5 करोड़ रुपये की राशि वहन करेगी.
सीएम ने यह एलान उस वक्त किया है जब अस्पताल ने डॉक्टर राव को ईसीएमओ (एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन) और फेफड़ों के प्रत्यारोपण कराने को कहा है, जिसकी कीमत 1.5 करोड़ रुपये है. बता दें, कोरोना संक्रमित डॉक्टर राव गच्चीबौली के अस्पताल में हैं और उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
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38 वर्षीय डॉ. एन. भास्कर राव प्रकाशम जिले के पीएचसी करमचेडु में चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. उनकी पत्नी डॉ. भाग्य लक्ष्मी (38) गुंटूर में मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर हैं.
डॉक्टर राव और उनकी पत्नी दोनों ही कोरोना संक्रमित हैं. दोनों को 30 अप्रैल को गुंटूर में जीजीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था और दोनों को सरकार की ओर रेमडेसिविर भी दिया गया था.
तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर को किया कोविड केयर सेंटर रेफर
भास्कर राव की हालत बिगड़ने पर उन्हें 3 मई को विजयवाड़ा के आयुष अस्पताल में रेफर किया गया था. बाद में, उन्हें 9 मई को सोमाजीगुडा में यशोदा अस्पताल रेफर किया गया और 10 मई को उन्हें यहां भर्ती कर लिया. यशोदा अस्पताल में वह वेंटिलेटर पर थे. इसके बाद उन्हें गच्चीबौली के कोविड केयर सेंटर में रेफर कर दिया गया.
यहां डॉक्टरों ने उन्हें ईसीएमओ (एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन) और फेफड़ों के प्रत्यारोपण कराने को कहा है, जिसकी कीमत 1.5 करोड़ रुपये है. डॉक्टर राव अपना इलाज कराने में असमर्थ हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को मंत्री बालिनेनी श्रीनिवास रेड्डी से इस बारे पता चला, तो उन्होंने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि डॉक्टर राव को अच्छा इलाज मिले और सरकार उनके इलाज का खर्च वहन करेगी.
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इसपर आंध्र प्रदेश डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को उनके इस व्यवहार के लिए धन्यवाद कहा है. एसोसिएशन के महासचिव डॉ. पिदाकला श्यामसुंदर ने कहा कि सीएम के इस निर्णय ने राज्य के सरकारी डॉक्टरों को आश्वासन दिया है और वे महामारी के खिलाफ लड़ाई में अधिक समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे.