भरतपुर. कांग्रेस के संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने शुक्रवार को भरतपुर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरएसएस और भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह की खालिस्तान की बात करने की हिम्मत इसलिए हुई, क्योंकि मोहन भागवत और नरेंद्र मोदी हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं. कल को दक्षिण राज्य भी ऐसी मांग उठाने लग जाएंगे. देश के हालात खराब हैं. हमें मुल्क के भविष्य की चिंता करनी चाहिए.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इस बार चुनाव में हमारा मिशन 156 है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है, षड्यंत्र के तहत हो रहा है. जब से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सफल हुई है, तभी से षड्यंत्र शुरू हो गया. उसका परिणाम ये हुआ कि राहुल गांधी को लोकसभा से निष्कासित होना पड़ा. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को दो साल की सजा हुई, जबकि आज तक इतनी सजा किसी को नहीं हुई. उन्होंने कहा कि यह सवाल राहुल गांधी की नहीं, बल्कि देश का सवाल है कि आने वाले समय में देश का भविष्य क्या होगा. इसकी चिंता देशवासियों को भी होनी चाहिए.
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि सही क्या है गलत क्या है, इसका फैसला जनता को करना चाहिए. आने वाली पीढ़ी को हम क्या सौंप कर जाएंगे, यह सोचने वाली बात है. देश की जुडिशरी, चुनाव आयोग दबाव में काम कर रही हैं. ईडी और इनकम टैक्स तो तांडव मचाए हुए है. हर घर में घुस जाते हैं. इनके डायरेक्टर को अपनी अंतरात्मा से पूछना चाहिए.
मुख्यमंत्री गहलोत ने भाजपा के साथ ही देश के मीडिया संस्थानों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हम भाजपा की हर बात का काउंटर करते हैं, लेकिन मीडिया साथ नहीं दे पाता. क्योंकि मीडिया के मालिक भी ईडी, इनकम टैक्स की कार्रवाई से डरते हैं, फिर भी कई मीडिया वाले और साहित्यकार निडर होकर अपनी बात कह रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अमृतपाल सिंह को इतनी हिम्मत कैसे हो गई कि वो खालिस्तान की बात कर रहा है. अमृतपाल सिंह बोलता है कि जब मोहन भागवत और नरेंद्र मोदी हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं तो मैं क्यों खालिस्तान की बात नहीं करूं.
गहलोत ने कहा कि ये देश के लिए बहुत खतरनाक बात है. कल को दक्षिण के राज्य ऐसी मांग करने लग जाएंगे. 40-50 साल पहले ऐसी बात उठी थी, युवा पीढ़ी को इसकी जानकारी नहीं. हमें मुल्क के भविष्य की चिंता करनी चाहिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान जैसे हालात भारत में होते तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के सान्निध्य में पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल जैसे बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं ने संविधान सभा बनाई थी. डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान बनाया. देश में 75 साल से लोकतंत्र कायम है, इसलिए नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए अपना सीना छलनी करवा दिया, लेकिन देश को एकता में बांधे रखा. खालिस्तान नहीं बनने दिया. राजीव गांधी देश के लिए शहीद हो गए, बॉम्ब से उड़ा दिए गए. सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद का त्याग कर दिया. जिस राहुल गांधी के परिवार ने अपना सबकुछ देश के लिए समर्पित कर दिया, उसका मकान तक छीन लिया गया. यह बहुत बड़ा षड्यंत्र था, जिसमें आप कामयाब हुए. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जो षड्यंत्रकारी होगा, उसका इतिहास में नाम षड्यंत्रकारी के रूप में ही दर्ज होगा.
कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने भी केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों को जमकर कोसा. साथ ही कार्यकर्ताओं और भरतपुर संभाग के लोगों से अपील करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने भरतपुर संभाग के लिए बहुत कुछ दिया है. अब संभाग के लोगों की बारी है कि आगामी चुनाव में फिर से कांग्रेस को जिताएं.
चिकित्सकों से हड़ताल समाप्त करने की अपील : प्रदेश में राइट टू हेल्थ विधेयक के खिलाफ हड़ताल कर रहे चिकित्सकों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हड़ताल समाप्त करने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि निजी चिकित्सकों का यह तरीका गलत है, लोगों में आक्रोश फैल रहा है. डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता है. लोग परेशान हो रहे हैं, उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा. हम प्राइवेट हॉस्पिटल वालों को हर तरह से सपोर्ट करने को तैयार हैं. यदि प्रक्रिया में कोई तकलीफ हो रही है तो उसे ठीक कर देंगे. अभी तो विधेयक का नोटिफिकेशन भी जारी नहीं हुआ. इसके नियम-कायदे बनेंगे. नियम-कायदे में ठीक कर देंगे, उनकी सुविधाएं डाल देंगे.
मिशन 156 : एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार राजस्थान में मिशन 156 रहेगा. जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था उस समय हम 156 सीटें जीत कर आए थे. मुझे माई-बाप जनता पर पूरा भरोसा है. हमने 5 साल के बजट में कोई टैक्स नहीं लगाया. वित्त प्रबंधन कर-कर के हम यहां तक पहुंचे हैं. महंगाई के जमाने में हम राहत दे रहे हैं. हर घर में फायदा मिल रहा है.