तेजपुर : चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (Peoples' Liberation Army) में अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के युवाओं की भर्ती की चीनी योजना के बारे में मीडिया के एक वर्ग ने एक समाचार रिपोर्ट प्रकाशित की, जिससे अरुणाचल में सनसनी फैल गई.
एक समाचार पोर्टल (news portal ) 'गार्डिंग इंडियन' (Guarding Indian) ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय सेना (Indian Army) ने हाल ही में भारत के साथ अपनी लड़ाई लड़ने के लिए पीएलए में तिब्बतियों और अरुणाचल प्रदेश के गरीब परिवारों के युवाओं को भर्ती करने और उन्हें हथियार देने के लिए चीन द्वारा एक बड़ी साजिश का भंडाफोड़ किया है.
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#China tries to recruit youth from #ArunachalPradesh into #PLA
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Pic: Representation Only https://t.co/BK60VWwVXB
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पासीघाट से कांग्रेस विधायक (Congress legislator from Pasighat) और पूर्व केंद्रीय मंत्री (former Union Minister) निनॉन्ग एरिंग (Ninong Ering) ने चीन की इस कथित साजिश पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि अगर समाचार रिपोर्ट पर विश्वास किया जाए तो यह चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा है कि बहुत सारे आदिवासी समुदाय (tribal communities) हैं, जो सीमा पर रहते हैं और उनकी भाषाओं में सीमा के दूसरी तरफ रहने वालों के साथ समानताएं हैं. हालांकि, अरुणाचल प्रदेश के लोग कभी भी स्वेच्छा से पीएलए में शामिल नहीं होंगे.
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उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और सीमावर्ती राज्य के लोगों को देश के खिलाफ किसी भी साजिश में शामिल नहीं होंगे.