कांकेर: मोबाइल को निकालने के लिए परलकोट जलाशय का 41 लाख लीटर पानी बहाने के मामले में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास के बाद अब एसडीओ आरएल धीवर कार्रवाई की जद में आए हैं. फूड इंस्पेक्टर से 10 दिन में 53092 रुपये की रिकवरी की नोटिस जल संसाधन उप संभाग कापसी ने जारी की है. वहीं पूरे मामले से पल्ला झाड़ रहे एसडीओ आरएल धीवर को जल संसाधन विभाग के विशेष सचिव अनुराग पांडेय ने बुधवार को निलंबित कर दिया.
कलेक्टर को दिया था गोलमोल जवाब: एसडीओ आरएल धीवर ने मामले में प्रशासन की ओर से थमाए गए शो कॉज नोटिस के जवाब में अपना पल्ला झाड़ लिया था. एसडीओ ने जवाब में कहा था कि "उन्होंने पानी निकालने की अनुमति नहीं दी थी. उन्हें जलाशय से पानी खाली करने जानकारी भी नहीं थी." गोलमोल और संतोषजनक जवाब न होने पर कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा था.
निलंबन आदेश में हैं ये बातें: परलकोट जलाशय के वेस्ट वियर से स्केल वाय के बीच 4104 क्यूबिक मीटर (करीब 41 लाख लीटर) पानी 21 से 24 मई तक डीजल पंप लगाकर बहा दिया गया. जल संसाधन उपसंभाग कापसी के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी आरएल धीवर ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाए. इससे उनकी लापरवाही साबित होती है. ऐसे में उन्हें तत्काल निलंबित करते हुए मुख्यालय अधीक्षण अभियंता, इन्द्रावती परियोजना मंडल जगदलपुर में संबद्ध किया जाता है. निलंबन अवधि में नियमानुसार उन्हें केवल जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी.
जानिए ये है पूरा मामला: कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास 21 मई को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे. सेल्फी लेने के दौरान उनका महंगा फोन जलाशय में गिर गया. फूड इंस्पेक्टर ने तुरंत जल संसाधन के एसडीओ से बात की. सिंचाई विभाग के एसडीओ आरएल धीवर ने पानी खाली करने के लिए फूड इंस्पेक्टर को मौखिक रूप से कह दिया. स्थानीय लोगों की मदद से 30 एचपी का दो पंप लगाकर 24 मई तक जलाशय का 41 लाख लीटर से ज्यादा पानी बहा दिया गया.
फूड इंस्पेक्टर से होगी 53 हजार की वसूली: परलकोट जलाशय का पानी बर्बाद करने वाले फूड इंस्पेक्टर को दो दिन 53092 हजार रुपए की रिकवरी का नोटिस जा की गई है. इस राशि को नोटिस जारी होने से अगले 10 दिन के अंदर जमा करना है. अभी तक यह राशि फूड इंस्पेक्टर की ओर से जमा नहीं की गई है.