रायपुर: NIA को लिखे पत्र में डीजीपी जुनेजा ने लिखा है कि नक्सलियों का इलाका लगातार सिकुड़ने से नक्सली बौखलाहट में है. नक्सली बौखलाहट में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों को अपना निशाना बना रहे है. केंद्रीय सुरक्षा बल और छत्तीसगढ़ पुलिस के प्रयास से पिछले कुछ सालों में नक्सली उन्मूलन में सफलता मिली है." बता दें बस्तर में हाल ही में नक्सल मूवमेंट तेज हो गया है. बस्तर संभाग में नक्सलियों ने 1 सप्ताह में तीन जनप्रतिनिधियों की हत्या की है. तीनों भाजपा नेता है. सबसे पहले जगदलपुर के जिला मंत्री बुधराम की हत्या हुई. फिर बीजापुर के उसूर ब्लाक के नीलकंठ कक्कड़ेम की हत्या हुई. हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बस्तर दौरे के एक दिन पहले नारायणपुर में भाजपा नेता सागर साहू की हत्या नक्सलियों ने की.
भूपेश बघेल ने की छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ: डीजीपी के एनआईए के पत्र लिखने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ की है. सीएम ने कहा " छत्तीसगढ़ में सरकार भयमुक्त और विधिसम्मत शासन व्यवस्था देने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. विकास विश्वास और सुरक्षा की रणनीति के कारण ही प्रदेश में नक्सली हिंसा की घटनाओं पर प्रभावी रोक लगी है.
पुलिस को आधुनिक हथियारों के साथ प्रशिक्षण भी: प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा " छत्तीसगढ़ में पिछले चार सालों में नक्सल उन्मूलन को लेकर लगातार काम किए जा रहे हैं. राज्य सरकार पुलिस आधुनिकीकरण के काम कर रही है. नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को आधुनिक हथियार, सुरक्षा उपकरण, जरूरी प्रशिक्षण और गाड़ियां उपलब्ध करा रही है.
साल 2022 में 555 नक्सलियों का सरेंडर: ताम्रध्वज ने आगे कहा " बीते साल सरकार की तरफ से चलाए जा रहे जनहित कार्यों से प्रभावित होकर 555 नक्सलियों ने सरेंडर किया था. जो अब तक की बड़ी सफलता है. इस दौरान 46 नक्सलियों की पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मौत भी हुई. बीते चार सालों में नक्सल क्षेत्र में 900 से ज्यादा परिवारों को मुकदमों से मुक्ति दिलाई जा चुकी हैं. नक्सल इलाकों में सुरक्षा और विकास के काम किए जा रहे हैं.