रायपुर: Congress start Haath Jodo Yatra आखिर भारत जोड़ो और हाथ जोड़ो यात्रा का क्या राजनीतिक महत्व है. यह यात्राएं राजनीति में कितनी जरूरी हैं. इन यात्राओं का जनता पर क्या असर होता है. क्या इन यात्राओं का आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लाभ मिल सकता है. या फिर यह महज यात्राएं ही रह जाती हैं. इसे लेकर ईटीवी भारत ने भाजपा, कांग्रेस सहित राजनीति के जानकारों से बात की. तो आइए बताते हैं कि उन्होंने इस बातचीत के दौरान क्या कहा. chhattisgarh assembly election 2023
भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को कितना फायदा : Bharat Jodo Yatra कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो पदयात्रा निकाली है. यह भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई. जो 12 राज्यों से होकर गुजरेगी और जम्मू कश्मीर में समाप्त होगी. यात्रा 150 दिनों के विस्तार में लगभग 3,500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. आज भारत जोड़ो यात्रा का 96वां दिन है. इस बीच यह यात्रा 8 राज्यों के 41 जिलों से गुजर चुकी है. वर्तमान में यह भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान के सवाई माधोपुर में है.Congress yatra for win elections in cg
7 नदियों का पानी और मिट्टी किया गया भेंट: इस भारत जोड़ो यात्रा में कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए थे. वे राहुल गांधी के साथ कदमताल करते हुए दिखे थे. उसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी इस भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. इस बीच छत्तीसगढ़ की सात नदियों का पानी लेकर भी कांग्रेस नेता पहुंचे. इसमें प्रदेश के 324 पदयात्री शामिल हुए. अरपा, पैरी, सोंढूर, हसदेव, शिवनाथ, इंद्रावती और महानदी का जल और कलश में यहां की मिट्टी लेकर गए. यात्रा मार्ग पर इस मिट्टी और जल का उपयोग कर राहुल गांधी भारत जोड़ो संकल्प के साथ पौधरोपण कर रहे है. ऐसा पूरे यात्रा मार्ग पर जगह जगह किया जा रहा है जिन प्रदेशों से पदयात्रा नहीं गुजर रही है. वहां की मिट्टी पानी से पौधे रोपे जा रहे हैं.
यात्रा का पार्टी को मिलेगा लाभ: भारत जोड़ो यात्रा और हाथ जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि "कांग्रेस एक राजनीतिक दल है. स्वाभाविक है कि इस यात्रा का भी राजनीतिक लाभ मिलेगा. जनता की सेवा करने का अच्छा माध्यम यह है कि आप सरकार पर काबिज हों. हमारा भी यह उद्देश्य है. लेकिन भारत जोड़ो और हाथ जोड़ यात्रा का उद्देश्य है देश की जनता की तकलीफों परेशानियों को आवाज देना है. कांग्रेस पार्टी वही कर रही है.
26 जनवरी से हाथ जोड़ो यात्रा निकालेगी कांग्रेस: सुशील आनंद शुक्ला ने आगे कहा कि "राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक कर रहे हैं. अब तक 7 राज्यों को यह राज यात्रा पास कर चुकी है. वर्तमान में राजस्थान में यात्रा चल रही है. यात्रा के माध्यम से बेरोजगारी महंगाई किसानों की समस्या सरकार के आम आदमी की बदहाली को आवाज देने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को जन जन तक पहुंचाने के लिए आगामी 26 जनवरी से हाथ जोड़ो यात्रा निकालेगी. हाथ जोड़ो यात्रा के दौरान भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्यों को विधानसभा से लेकर बूथ स्तर तक लोगों तक पहुंचाया जाएगा. राहुल गांधी की पदयात्रा के उद्देश्यों की जानकारी आम आदमी तक पहुंचाई जाएगी."
"जनता के पैर पड़कर भी कांग्रेस को मांगनी चाहिए माफी": वहीं कांग्रेस की हाथ जोड़ यात्रा पर पलटवार करते हुए भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा कि "हाथ जोड़ने के साथ साथ कांग्रेस के नेताओं को जनता के पैर भी पड़ने चाहिए. जनता से माफी मांगते हुए यह बताना चाहिए. जो जनता के हक की कमाई ,जो छत्तीसगढ़ का खजाना उन्होंने लूट लिया है वह जनता को कब लौटाएंगे. अधिकारियों के घर से किलो के भाव में सोना, चांदी ,हीरे, मोती, बेनामी संपत्ति निकल रही है. यह जनता को कब मिलेंगे ,केंद्र सरकार ने तो 4 वर्षों में ही डेढ़ लाख करोड़ रुपए की राशि राज्य को दी है. रेलवे के लिए हजारों करोड़ अलग से सड़क बनाने के लिए हजारों करोड़ों अलग से ,साथ ही जितना धान राज्य खरीदता है उसे बना चावल खरीद कर भी 65,000 करोड का भुगतान केंद्र ने किया है हाथ जोड़ो यात्रा केंद्र को बदनाम करने की एक कुटिल साजिश है जो कांग्रेस के लिए सेल्फ गोल साबित होगी."
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आगामी चुनावों में कांग्रेस को मिलेगा यात्राओं का लाभ: वहीं राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "भारत जोड़ो यात्रा को अपार सफलता मिल रही है. इस यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी एक अलग इमेज स्थापित हो रही है. इस दौरान एक कई लोगों से मुलाकात कर रहे हैं पिछले 7 सालों से उनकी छवि बनाने की कोशिश की जा रही थी. उसे मिटाने के लिए यात्रा की जा रही है. भले ही इस यात्रा का तत्काल कांग्रेस को लाभ मिले ना मिले इस विधानसभा और लोकसभा में इसका फायदा कांग्रेस को होगा या नहीं. लेकिन यह जरूर है कि लंबे समय में इस यात्रा का कांग्रेस जनों सहित कांग्रेस को अच्छा फायदा होने वाला है. इस भारत जोड़ो यात्रा से कई राज्यों की प्रभावित हुए हैं. जिस तरीके से केंद्र में भारत जोड़ो यात्रा का लाभ मिला है. उसी तरीके से राज्य में हाथ जोड़ यात्रा का भी लाभ मिलेगा. इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेस जन जन तक अपने संदेश पहुंचा सकेंगे यात्राओं से किसी भी पार्टी और उनके नेताओं को लंबे समय तक लाभ मिलता है. यही वजह है कि आने वाले दिनों में इन यात्राओं का लाभ कांग्रेस को जरूर मिलेगा."