चेन्नई (तमिलनाडु): चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी अस्पताल में मंगलवार को एक 17 वर्षीय फुटबॉल खिलाड़ी की मौत हो गई. कुछ दिनों पहले फुटबॉल प्लेयर प्रिया ने पेरियार नगर सरकारी उपनगरीय अस्पताल में दाहिने पैर के ज्वाइंट रिपेयर की सर्जरी कराई थी. उस ऑपरेशन के बाद की जटिलताओं के कारण आगे के इलाज के लिए उसे 8 नवंबर को राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. राजीव गांधी अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रिया के पैर की गहन जांच की. उन्होंने उसका दाहिना पैर हटाने का सुझाव दिया.
उस उपचार के बाद उन्होंने बताया कि दाहिने पैर में रक्त प्रवाह के कारण उसका पैर काटना पड़ा. इसके बाद प्रिया को एक वैस्कुलर स्पेशलिस्ट और एक आर्थोपेडिक सर्जन वाली एक वरिष्ठ मेडिकल टीम द्वारा आईसीयू उपचार के लिए शिफ्ट किया गया. ऐसे में मंगलवार सुबह प्रिया की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. इसके बाद तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में प्रिया के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की और उसके माता-पिता को सांत्वना दी.
बाद में उन्होंने मीडिया से बात की और कहा कि 'पेरियार नगर के सरकारी उपनगरीय अस्पताल में इलाज करा रही प्रिया का उस अस्पताल में ऑर्थोस्कोपी नामक नवीनतम तकनीक के माध्यम से जोड़ों की झिल्ली की मरम्मत के लिए एक ऑपरेशन किया गया था. हालांकि, डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ऑपरेशन के बाद छात्रा पर कंप्रेशन बैंडेज लगा दिया गया.
वह रक्त प्रवाह की समस्या से पीड़ित थी और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा था. 7 नवंबर तक पेरियार नगर उपनगरीय अस्पताल में दिए गए उपचार के बाद 8 नवंबर को उसे राजीव गांधी सरकारी सामान्य अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. इस अस्पताल में सभी विभागों के चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा छात्रा की कड़ी निगरानी की जा रही थी.'
आगे उन्होंने कहा कि 'मैंने छात्रा को दिए गए उपचार के बारे में पूछताछ की. आर्थोपेडिक विशेषज्ञ निगरानी करते रहे और आवश्यक उपचार प्रदान करते रहे. छात्रा को किडनी डैमेज और ब्लड सर्कुलेशन की समस्या थी. ऐसे में प्रिया की मंगलवार सुबह 7.15 बजे बिना इलाज के मौत हो गई. यह बहुत बड़ा नुकसान है. एक उच्च स्तरीय जांच में सर्जरी करने वाले डॉक्टरों की ओर से लापरवाही भी पाई गई. छात्रा के ठीक होते ही हमने राजीव गांधी राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को बैट्री लेग लगवाने की सलाह दी. जबकि सरकार ने इस तरह के कई उपाय किए हैं. उनकी मृत्यु से बहुत दुख हुआ है.'
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 'परिवार की खराब स्थिति को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के ध्यान में लाते हुए सरकारी राहत कोष के रूप में 10 लाख रुपये का तत्काल मुआवजा प्रदान करने के लिए कदम उठाए गए हैं. इसी तरह, हमने बालिका के 3 भाइयों में से एक को सरकारी रोजगार गारंटी प्रदान करने का निर्णय लिया है. इसके बाद राजीव गांधी राजकीय सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर फुटबॉल खिलाड़ी प्रिया का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया.