चाकोरी सड़क मार्ग से जुड़े होने के कारण, विश्वभर से सैलानियों को आकर्षित करता है| यहाँ के मनोरम दृश्य और मंदिर पर्यटकों के लिए एक खास आकर्षण का विषय हैं। उल्का देवी और घनसेरा मंदिर, देवी-देवताओं के शिल्पकला और नक्काशी के लिए जाने जाते हैं। यह मंदिर आध्यत्मिक कारणों से भी भक्तों और साधकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
यहाँ हिमलाय की गोद में हरे भरे चाय के बागान भी हैं, जिससे ऐसा लगता हैं प्रकृति ने कोई अनुपम चित्रकला अपने रंगो से सजाई है। बर्फ से ढ़की चोटियों के बीच से जब सूर्योदय होता हैं तो न केवल धरती बल्कि आकाश भी विभिन्न रंगो की रंगोली से भर जाता है। यहाँ का हर एक नज़रा आपके अंदर शांति का आभास कराता है।
उत्तराखंड के टूरिज्म मिनिस्टर श्री सतपाल महाराज का कहना है की, “उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। शाही हिमालय के शानदार नज़ारे, शानदार नंदा देवी, नंदा कोट और पंचचुली चोटी के लिए पर्यटक चाकोरी को पसंद करते हैं। राज्य और चाकोरी जैसे स्थानों में मूल निवासियों के लिए बेहतर आर्थिक अवसरों के लिए पर्यटन को बढ़ावा देना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं आने वाले पर्यटकों से भी अपील करता हूं कि वे कोविड के उचित व्यवहार का पालन करें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ यहां आएं"।
इन ऑफबीट स्थानों के विकास के बारे में बताते हुए, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, "हम उत्तराखंड में ऑफबीट लोकेशन विकसित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। चाकोरी एक ऐसी जगह है, जहां काम करने और शहर की हलचल से दूर होने की बहुत बड़ी संभावना है। हमारा पर्यटन सर्किट एक ऐसा कदम है जो इन स्थलों को लोकप्रिय बना रहा है और इन स्थानों पर अधिक लोगों की भीड़ ला रहा है। यह अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नियंत्रित कर रहे हैं।"
जिला पर्यटन विकास अधिकारी (डीटीडीओ) अमित लोहानी ने कहा, "चाकोरी सबसे अच्छे ऑफबीट स्थानों में से एक है जो पूरे देश से पर्यटकों को विशेष रूप से काम करने में रुचि रखने वाले लोगों को आकर्षित कर रहा है। हम अन्य वाटर स्पोर्ट्स के साथ साइकिल चलाने जैसे साहसिक खेलों को विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं। यह पर्यटकों को बेहतर अनुभव प्रदान करता है। इसके अलावा, कोई भी यहां के गांवों का दौरा कर सकता है और कुमाऊंनी कला, संस्कृति और परंपराओं से परिचित हो सकता है। विभिन्न स्थानों से त्रिशूल, चौखंबा नंदा देवी, नंदा कोट और पंचचुली चोटी का अद्भुत प्रेरणादायक दृश्य है यहां।"
कैसे पहुंच सकते हैं आप चाकोरी?
चाकोरी दिल्ली से 530 किमी की दुरी पर है,और यह सड़क यातायात से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है,नजदीकी हवाई अड्डा यहाँ से 250 किमी की दुरी पर है। काठगोदाम सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन है। चाकोरी से अल्मोड़ा और बागेश्वर आधे घंटे की ड्राइव पर हैं।
चाकोरी के आसपास घूमने की कई जगह हैं जैसे कपिलेश्वर महादेव मंदिर। यह मंदिर पिथौरागढ़ की सौर घाटी में हैं और १० किमी गहरी गुफा के अंदर है। देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ हैं महाकाली मंदिर जो की गंगोलीहाट में है। साथ ही आप अन्य धार्मिक स्थल भी जा सकते हैं जैसे की नागमंदिर।
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