नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता स्मृति ईरानी ने अमेरिका के उद्योगपति जॉर्ज सोरोस के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडाणी को लेकर टिप्पणी की थी. ईरानी ने कहा कि सोरोस भारत की डेमोक्रेसी पर सीधा हमला कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सोरोस का कृत्य भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसा है. ईरानी ने कहा कि सोरोस ने दुनिया के दूसरे लोकतांत्रिक देशों में गड़बड़ी फैलाने के लिए एक कोष भी तैयार किया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं पूरे देश से अपील करना चाहती हूं कि कोई भी व्यक्ति, या संस्था या संगठन या फिर राजनीतिक दल हो, उसे सोरोस के बयान की निंदा करनी चाहिए.
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Those who Mr Soros finds pliable need to know India has defeated imperialistic design before & shall do again. Democracy has prevailed in India & will continue to do so. Designs to weaken Indian democracy will be met with might of India under leadership of PM Modi: Smriti Irani pic.twitter.com/KxZfugNRfN
— ANI (@ANI) February 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जॉर्ज सोरोस की टिप्पणी बौखलाहट जैसी है. उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों को कमजोर करने की चाल है. ईरानी ने कहा कि जिस व्यक्ति ने इंगलैंड जैसे देश में स्थापित बैंक को तहस-नहस कर दिया, उसे कमजोर किया, वह हमें लेक्चर दे रहा है. उन्होंने कहा कि वह आदमी जिसे 'इकोनोमिक वॉर ऑफेंडर' का तमगा दिया गया है, आप उससे क्या उम्मीद कर सकते हैं.
सोरोस ने 16 फरवरी को जर्मनी के म्यूनिख में एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही थी. उन्होंने कहा कि मोदी और उद्योगपति अडाणी का संबंध काफी गहरा है. उनकी तकदीर भी आपस में जुड़ी हुई है. उन्होंने आगे कहा कि अडाणी ग्रुप ने पैसा जुटाने के लिए बाजार का सहारा लिया, शेयर बाजार में गए. उनके अनुसार अडाणी ने शेयर मार्केट बल्कि ये कहें कि शेयर को मैनिपुलेट करने की कोशिश की. पर, वह एक्सपोज हो गए. उनका कारोबार अब सबको दिख रहा है. इसके बावजूद पीएम मोदी ने पूरे मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की, बल्कि उन्होंने समर्थन किया. सोरोस ने कहा कि पीएम मोदी को पूरे मामले में जवाब देना चाहिए, लेकिन पीएम मोदी न तो संसद में जवाब देते हैं और न ही विदेशी निवेशको को कुछ बोल रहे हैं. सोरोस ने कहा कि अडाणी मामला केंद्र सरकार पर मोदी की पकड़ को कमजोर करेगा. उन्होंने कहा कि आप मुझे अनुभवहीन बता सकते हो, लेकिन मुझे उम्मीद है कि भारत में लोकतंत्र फिर से मजबूत होगा.
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BIG⚡️ Left Eco-Boss 'Soros' clears the game plan against India's growth story.
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) February 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Says wants 'Democratic Revival' in India. “Modi will have to answer questions from foreign investors and parliament on allegations of fraud and stock manipulation by Adani.”pic.twitter.com/EHr4lAVCN1
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी जॉर्ज सोरोस की निंदा की है. रमेश ने कहा कि यह हमारा आतंरिक मामला है. हमारा विपक्ष पूरी तरह से तैयार है. उसके बूते ही किसी को हाटएंगे. उन्होंने लिखा कि सोरोस जैसे लोग हमारी चुनावी प्रक्रियाओं को मजाक नहीं बना सकते हैं.
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Whether the PM-linked Adani scam sparks a democratic revival in India depends entirely on the Congress, Opposition parties & our electoral process. It has NOTHING to do with George Soros. Our Nehruvian legacy ensures people like Soros cannot determine our electoral outcomes.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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हालांकि, टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने पूरे मामले पर तंज कसा है.
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Every Indian urged by Hon’ble Cabinet Minister to give fitting reply to George Soros.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) February 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Please bang your thalis at 6 pm sharp today.
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Please bang your thalis at 6 pm sharp today.
कौन हैं जॉर्ज सोरोस - आपको बता दें कि जॉर्ज सोरोस ऐसे लोगों में शामिल हैं, जो न सिर्फ मोदी के खिलाफ लगातार स्टैंड लेते रहे हैं, बल्कि भारत की आर्थिक प्रगति को लेकर भी 'जलते' रहे हैं. 2020 में भी जॉर्ज ने काफी तीखी टिप्पणी की थी. 2020 में सोरोस ने कहा था कि वह एक वर्ल्ड यूनिवर्सिटी को खोलना चाहते हैं, जो नेशनलिस्टों का सामना करेगा. सोरोस ने यह भी कहा था कि इस विवि के लिए वह सौ करोड़ डॉलर की मदद करेंगे. सोरोस ने कश्मीर को लेकर भी काफी विवादास्पद बयान दिया था. वह भारत में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर निगेटिव टिप्पणी करते रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जॉर्ज उन लोगों में हैं, जो भारत के बढ़ते रूतबे से जलते रहते हैं. बताया गया है कि भारत की लगातार हो रही आर्थिक प्रगति को जॉर्ज हजम नहीं कर पा रहे हैं. जॉर्ज को यह भी बहुत अजीबो गरीब लग रहा है कि कैसे भारत का एक उद्योगपति दुनिया के दूसरे उद्योगपतियों के मुकाबले तेजी से आगे बढ़ने लगा. यही वजह है कि वह मोदी-अडाणी संबंधों को लेकर सवाल उठाते रहे हैं.
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