नई दिल्ली: पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले सीईसी राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग 29 अगस्त से दो दिनों के लिए मिजोरम का दौरा करेगा. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले सीईसी और दो चुनाव आयुक्तों वाले चुनाव पैनल के लिए चुनाव वाले राज्यों का दौरा करना सामान्य बात है.
आने वाले कुछ महीनों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. पिछले हफ्ते, सीईसी के नेतृत्व में चुनाव पैनल के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ का दौरा किया. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मिजोरम की विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है.
पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा- एनडीए की सहयोगी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) सत्ता में है. चूंकि मणिपुर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इस बीच विभिन्न रिपोर्टों से पता चला है कि भाजपा उत्तर पूर्वी राज्यों में अपना कैडर खो रही है. मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने पिछले महीने कहा था कि राज्य सरकार और उनकी एमएनएफ पार्टी केंद्र में एनडीए सरकार से नहीं डरती है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि एमएनएफ एनडीए के साथ रहेगा. मणिपुर में जातीय संघर्ष का प्रभाव उसके पड़ोसी राज्यों पर भी पड़ा. बताया जाता है कि काफी संख्या में कुकी समुदाय के लोग मिजोरम की ओर पलायन कर गए हैं. वे वहां शरणार्थी के रूप में रह रहे हैं. इसके साथ ही बांगलादेश और म्यामार के शरणार्थी भी यहां मौजूद हैं. राज्य सरकार के लिए यह समस्या चुनौतीपूर्ण है.