श्रीनगर : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जम्मू-कश्मीर में पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती घोटाले संबंधी मामले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक पूर्व कमांडेंट समेत 24 लोगों के खिलाफ शनिवार को आरोप पत्र दाखिल किया. सीबीआई ने जम्मू में एक विशेष अदालत के समक्ष दाखिल अपने आरोप पत्र में कहा कि घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता रेवाड़ी निवासी यतिन यादव ने जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा का प्रश्न पत्र दिल्ली के ओखला स्थित एक छापाखाने के कर्मचारी प्रदीप कुमार कटियार के माध्यम से हासिल किया था.
अधिकारियों ने बताया कि यादव ने जम्मू-कश्मीर पुलिस एवं केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों और बिचौलियों के एक नेटवर्क का इस्तेमाल कर परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए 20-30 लाख रुपये खर्च करने के इच्छुक उम्मीदवारों को लक्ष्य बनाया. इस परीक्षा के माध्यम से जम्मू- कश्मीर पुलिस में 1,200 पदों को भरा जाना था. परीक्षा परिणामों की घोषणा चार जून को की गई थी.
आरोप पत्र में यादव, कटियार और बीएसएफ के पूर्व कमांडेट करनैल सिंह का नाम शामिल है. इनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और बीएसएफ के कर्मी और बिचौलियों को भी शामिल किया गया है. इनमें से अधिकतर न्यायिक एवं पुलिस हिरासत में हैं. सीबीआई ने पुलिस उपनिरीक्षकों की भर्ती के लिए 27 मार्च को आयोजित लिखित परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन के कहने पर इस साल तीन अगस्त को इस संबंध में मामला दर्ज किया था.
सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में लेने के बाद हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 77 स्थानों पर छापे मारे थे. सीबीआई ने जांच के दौरान यादव और पूर्व बीएसएफ कमांडेंट समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया. एजेंसी ने छापेमारी के दौरान 61.79 लाख रुपए नकद राशि बरामद की.
(एक्स्ट्रा इनपुट-एजेंसी)